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10 जुलाई 2010

पवार ने बढ़ाई चीनी की पावर

मुंबई 07 09, 2010
चीनी के आयात पर अक्टूबर तक शुल्क लगाने और चालू सीजन खत्म होने के बाद चीनी को नियंत्रण मुक्त करने के कृषि मंत्री शरद पवार के संकेत ने चीनी कंपनियों के शेयरों की मिठास बढ़ा दी। इस बयान के बाद इन शेयरों में 15 फीसदी तक उछाल दिखी।बंबई स्टॉक एक्सचेंज पर ज्यादातर चीनी कंपनियों के शेयर पिछले महीने भर के उच्चतम स्तर पर पहुंच गए। द्वारिका शुगर का शेयर तकरीबन 11 फीसदी उछलकर 75।60 रुपये पर बंद हुआ। बजाज हिंदुस्तान का शेयर भी 4.99 फीसदी बढ़कर बंद हुआ। इसी तरह त्रिवेणी इंजीनियरिंग का शेयर भी 5.35 फीसदी भागा और 107.55 रुपये पर बंद हुआ। इनके अलावा बलरामपुर चीनी, जयपुर शुगर, अवध शुगर, केसर एंटरप्राइजेज, राजश्री शुगर और शक्ति शुगर के शेयर भी खासे चढ़कर बंद हुए। बाजार के जानकार कहते हैं कि चीनी कंपनियां अभी घाटे में हैं, जिनका असर शेयरों पर भी पड़ रहा था। सरकार अगर चीनी को नियंत्रण मुक्त करती है तो सरकारी कोटे की चीनी भी बाजार भाव पर बेचने का मौका कंपनियों को मिल जाएगा, जिससे उनका मुनाफा भी बढ़ेगा। यही वजह है कि पवार का बयान आते ही उनके शेयर सरपट भागने लगे। कृषि मंत्री ने दिल्ली में चीनी सम्मेलन के दौरान आज कहा कि अगस्त के अंत तक गन्ने की फसल का पूरा आंकड़ा आ जाएगा और पैदावार का सही अंदाजा लगते ही चीनी को नियंत्रण मुक्त करने का प्रस्ताव कैबिनेट के पास भेजा जा सकता है।महाराष्ट्र राज्य सहकारी चीनी मिल महासंघ के प्रबंध निदेशक प्रकाश नाइकनवारे ने कृषि मंत्री के इस बयान का स्वागत करते हुए कहा कि नियंत्रण मुक्त करने का फैसला अमल में आया तो चीनी उद्योग को फायदा होगा। इसके बाद ही चीनी की सही कीमत का बाजार में पता चल पाएगा।बंपर अनाज की जगाई आसपवार ने कहा हैकि चालू वित्त वर्ष के दौरान खाद्यान्न की उपज जोरदार होने की संभावना है। बेहतर मॉनसून का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि इस बार बुआई का रकबा बहुत बढ़ गया है। उन्होंने यह भी कहा कि पिछले 2 साल के मुकाबले तिलहन और दाल की बुआई इस साल ज्यादा होने की उम्मीद है। (बीएस हिंदी)

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