समय की सड़ते अनाज को लेकर मुहिम चलाई जा रही है। खुले में अनाज सड़ने का लगातार शिकायत मिल रही है। जिसको लेकर एफसीआई के ज़िम्मेदार अधिकारियों पर कार्रवाई होनी चाहिए। हमारे सहयोगी चैनल समय की खबर "अनाज की मौत" का असर ये हुआ है कि कृषि मंत्री शरद पवार ने कड़ी कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है।
समय की खबर का एक बार फिर बड़ा असर हुआ है। 10 जुलाई को सबसे पहले हमने दिन भर दिखाए जाने वाले अपने ख़ास कार्यक्रम मुहिम में "अनाज की मौत" के जरिए देश भर में अपने रिपोर्टरों को लगाया और दिखाया कि किस तरह अनाज के सरकारी गोदामों में अनाज की बर्बादी हो रही है ।
समय के संवावदादाओं ने एफसीआई के तमाम बड़े गोदामों जिसमें इलाहाबाद,गोरखपुर,जयपुर,चंडीगढ़,पटना,कटिहार,हाज़ीपुर,रायपुर,हापुड़ के गोदामों की खामियों को उजागर किया और दिखाया कि अधिकारियों की लापरवाही से किस कदर लाखों टन अनाज सड़ रहा है।
इस खबर का असर हुआ है कि मंगलवार को कृषि मंत्री शरद पवार ने कहा है कि गोदामों में सड़ने वाले अनाज के लिए ज़िम्मेदार अधिकरियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी और दोषी अधिकारी सस्पेंड किया जाएगा। इतना ही नहीं आपराधिक मामला दर्ज़ किया जाएगा। इसके साथ ही अनाज वितरण प्रणाली की पुरानी व्यवस्था को भंग कर दिया गया है। अब स्मार्ट कार्ड के जरिए राशन बांटा जाएगा। शरद पवार ने कहा है कि अनाज का स्टोरेज एक बड़ी समस्या है,जिसे लेकर राज्य सरकारों को सजग होना चाहिए ।
‘अनाज की मौत’
अलीगढ़ के कासिमपुर पावर हाउस स्थित एफसीआई गोदाम का जहां लगभग तीन लाख बोरी गेहूं पड़ा सड़ रहा है वो भी ऐसे वक्त में जब अनाज की किल्लत बढ़ती जा रही है लेकिन गेहूं की बर्बादी से ठेकेदार इनकार कर रहे हैं।
हांलाकि एफसीआई अधिकारी खुले आसमान के नीचे गेहूं को जल्द ही गोदामों में सुरक्षित रखवाने की बात कर रहे हैं।एक के बाद एक रैक आ रही है और रखने की जगह नहीं है ऐसे में रेलवे अधिकारियों का कहना है एफसीआई अधिकारी खुले आसमान के नीचे पड़े गेंहू को जल्द ही गोदामों में सुरक्षित रखवाने की बात कर रहे हैं।एक के बाद एक रैक आ रही है और रखने की जगह नहीं हैं। ऐसे में रेलवे अधिकारियों का कहना है कि एफसीआई डिमांड करते हैं तभी स्पेशल रैक भेजी जाती है।
अधिकारी एकदूसरे पर जिम्मेदारी डाल अपना पल्ला झाड़ रहे हैं जबकि ठेकेदार अपना ही तर्क दे रहे हैं। (समय लाइव)
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