त्यौहारों का मौसम आते ही चीनी के भाव बढ़ने जा रहे हैं। इसकी वजह यह बताई जा रही है कि इसकी मांग बढ़ रही है और जमाखोरी भी। बताया जा रहा है कि त्यौहारों के मौसम को देखकर जमाखोर सक्रिय हो गए हैं। और उन्होंने दिल्ली एनसीआर क्षेत्र में हजारो टन चीनी दबा कर रख ली है। उधर चीनी मिलों ने अपनी कीमतें 3% बढ़ाने की घोषणा कर दी है।
दिलचस्प बात ये है कि बेहतर मॉनसून के कारण गन्ने की फसल अच्छी होने की संभावना है और भारत सरकार भी खुले बाजार में बेचने के लिए 19।2 लाख टन चीनी जारी करने जा रही है। लेकिन दूसरी ओर सरकार चीनी के आयात पर लेवी लगाने जा रही है। जिसे उसने पिछले साल हटा दिया था। इससे आगे स्थिति बिगाड-देगी क्योंकि दुनिया के सबसे बड़े चीनी उत्पादक देश ब्राजील में चीनी के दाम बढ़ने लगे हैं। इस समय सारी दुनिया में चीनी की मांग में दो प्रतिशत से ज्यादा का इजाफा हुआ है रमजान नजदीक होने के कारण दुनियाभर के इस्लामी मुल्कों में चीनी की मांग दोगुनी हो गई है। जिससे चीनी के अंतरराष्ट्रीय दाम बढ़ने की पूरी संभावना है। इस समय दिल्ली के थोक बाजार में चीनी 27,00 रुपए प्रति क्विंटल बिक रही है। और आगे ये 3,000 रुपए प्रति क्विंटल तक बढ़ सकती है जिसका असर खुदरा बाजार की कीमतों पर भी पड़ेगा। खुदरा बाजार में चीनी 5 रुपए प्रति किलो तक महंगी हो सकती है। (बिज़नस भास्कर)
30 जुलाई 2010
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