21 जुलाई 2010
गेहूं और चावल का उत्पादन पिछले अनुमान से भी कम
पिछले जून में समाप्त हुए फसली वर्ष 2009-10 के चौथे आरंभिक अनुमान में चावल और गेहूं का उत्पादन तीसरे अनुमान के मुकाबले और घट गया है। कृषि मंत्रालय द्वारा सोमवार को जारी चौथे आंरिभक अनुमान के मुताबिक वर्ष 2009-10 में चावल का उत्पादन 8।91 करोड़ टन होने का अनुमान है जबकि तीसरे आंरभिक अनुमान में 8.93 करोड़ टन उत्पादन की संभावना जताई गई थी। इसी तरह से गेहूं का उत्पादन भी 8.09 करोड़ टन से घटकर 8.07 करोड़ टन रह गया है। चौथे आरंभिक अनुमान के अनुसार वर्ष 2009-10 में देश में कुल 21.82 करोड़ टन खाद्यान्न का उत्पादन होने का अनुमान है, जो तीसरे आरंभिक अनुमान 21.81 करोड़ टन से थोड़ा ज्यादा है। पिछले खरीफ में सूखे के कारण चावल उत्पादन में भारी गिरावट आई थी जिसकी भरपाई सरकार ने रबी में होने का भरोसा जताया था। लेकिन चौथे आरंभिक अनुमान के मुताबिक रबी में चावल उत्पादन 1.32 करोड़ टन ही रहा, जो तीसरे अनुमान के 1.45 करोड़ टन से कम है। मोटे अनाजों में ज्वार का उत्पादन 0.68 करोड़ टन से बढ़कर 0.69 करोड़ टन, बाजरा का उत्पादन 0.64 करोड़ टन से बढ़कर 0.65 करोड़ टन और मक्का का उत्पादन अनुमान भी 1.63 करोड़ टन से बढ़कर 1.66 करोड़ टन होने का अनुमान है। वर्ष 2000-10 में चौथे आरंभिक अनुमान के अनुसार दलहनों का कुल उत्पादन 1.45 करोड़ टन होने का अनुमान है, जो तीसरे अनुमान के 1.47 करोड़ टन से कम है। तिलहनों का उत्पादन भी 2.54 करोड़ टन से घटकर 2.49 करोड़ टन रहहने का अनुमान है। गन्ने का उत्पादन अनुमान तीसरे आरंभिक अनुमान 2746.6 लाख टन से बढ़कर 2777.50 लाख टन होने का अनुमान है। जूट का उत्पादन तीसरे अनुमान 104.9 लाख गांठ (प्रति गांठ 180 किलो) से बढ़कर 107 लाख गांठ होने का अनुमान है जबकि कॉटन का उत्पादन तीसरे आरंभिक अनुमान 228 लाख गांठ (प्रति गांठ 170 किलो) से बढ़कर 239 लाख गांठ होने का अनुमान है। (बिज़नस भास्कर)
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