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10 जुलाई 2010

बारिश ने बिगाड़ा सब्जियों का जायका, टमाटर चार गुना महंगा

नई दिल्ली: मानसून की फुहार जहां गर्मी से परेशान लोगों और किसानों के लिए राहत का पैगाम लाई वहीं भारी बारिश के कारण खेतों में पानी भरने और यातायात गडबडाने से सब्जियों और विशेषकर टमाटर के दाम बढाने का कारण भी बनी है। चौतरफा महंगाई से परेशान लोगों को अब सब्जियों के लिए अपना बटुआ ज्यादा ढीला करना पडेगा। उत्तर भारत विशेषकर पंजाब में भारी बारिश से कम आवक के कारण पिछले चार से पांच दिन में तोरी, भिंडी, लौकी और शिमला मिर्च के दाम लगभग 45 फीसद तक बढ गए। टमाटर सबसे ज्यादा महंगा हुआ। पिछले चार-.पांच दिनों में ही टमाटर 233 फीसद तक बढ गए। आजादपुर मंडी के व्यापारी और सब्जी व्यापारी संघ के सचिव भजन सिंह ने को बताया, भारत विशेष रूप से पंजाब में भारी बारिश के कारण सब्जियों की आवक पर असर पड़ा है। हरियाणा में सडकों पर पानी भरने से कई ट्रक रास्ते में फंसे है। भारी वर्षा से बाढ़ के कारण सब्जियों की खेती को नुकसान हुआ है। इससे पिछले चार से पांच दिन में इनके दाम बढ़े हैं। उन्होंने कहा कि कीमत वृद्धि का सर्वाधिक असर टमाटर पर हुआ है। मंडी में टमाटर का भाव 30 से 35 रुपए किलो है जबकि बाजार में यह 50 रुपए प्रति किलो तक बिक रहा है। मंडी में 22 से 25 किलो की एक पेटी टमाटर का भाव 1000 रुपये तक बोला जा रहा है। खाद्य मुद्रास्फीति हालांकि गत 26 जून को समाप्त सप्ताह में आंकडों के गुणा भाग में घटकर 12.63 फीसदी के स्तर पर आ गई लेकिन सब्जियों के दाम बढने से आने वाले सप्ताह में यह बढ सकती है। टमाटर के अलावा तोरी, लौकी, भिंडी, शिमला मिर्च, प्याज जैसी अन्य सब्जियों के दाम में भी तेजी दर्ज की गई है। आजादपुर मंडी के ही खुदरा व्यापारी किशन चौधरी ने बताया कि पिछले हफ्ते जहां तोरी का भाव 15 रुपये प्रति किलो था, वह अब खुदरा बाजार में 20 रुपए प्रति किलो हो गई है। भिंडी भी पिछले हफ्ते के 15 रुपए के स्तर से बढ़कर 25 रुपए पर आ गई है। इसी प्रकार, प्याज पिछले हफ्ते जहां 10 रुपए किलो के आसपास थी, वह अब 14 रुपए प्रति किलो बिक रही है। इसके अलावा, शिमला मिर्च भी 30 को पारकर 45 रुपए तक पहुंच गई। लौकी का भाव 15 रुपए से बढ़कर 22 रुपए हो गया। सब्जियों के दाम में इतनी वृद्धि के कारण के बारे में पूछे जाने पर सिंह ने कहा कि दिल्ली में सब्जियों की आपूर्ति मुख्य रूप से पंजाब, हरियाणा और अन्य पड़ोसी राज्यों से होती है। भारी बारिश से पंजाब में बाढ़ के कारण वहां फसल को नुकसान हुआ। पुन: ट्रकों के रास्ते में फंसे होने के कारण सब्जियों की आवक पर भी असर पड़ा है (टी हिंदी)

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