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02 नवंबर 2009

निर्यात मांग से मैंथा तेल में तेजी संभव

निर्यातकों की मांग बढ़ने से नवंबर में मैंथा तेल की कीमतों में तेजी की संभावना है। अमेरिका और यूरोप के आयातक इस समय 14-15 डॉलर प्रति किलो (सीएंडएफ) की दर से मैंथा क्रिस्टल बोल्ड खरीदने के इच्छुक हैं लेकिन भारतीय निर्यातक 15.5 से 16 डॉलर प्रति किलो की मांग कर रहे हैं। लेकिन इन देशों के पास स्टॉक न होने से आयातक ऊंचे दाम पर खरीद शुरू कर देंगे। इससे नवंबर व दिसंबर में भारत से अच्छी मांग निकलने की संभावना है। इससे घरेलू बाजार में इसकी कीमतों में 40-50 रुपये प्रति किलो की तेजी आने की संभावना है। पिछले एक सप्ताह में वायदा बाजार में भी इसके दाम 2.2 फीसदी मजबूत हुए हैं। रुपये के मुकाबले डॉलर में आई गिरावट से भारतीय निर्यातकों ने क्रिस्टल बोल्ड के दाम बढ़ाकर 15-16 डॉलर प्रति किलो कर दिए है। इन भावों में पिछले सप्ताह कुछ सौदे हुए हैं। नवंबर-दिसंबर महीने में इन देशों की मांग बढ़ने की संभावना है जिससे घरेलू बाजार में मैंथा तेल की कीमतों में 40-50 रुपये प्रति किलो की तेजी आने के आसार हैं। चालू वित्त वर्ष के अप्रैल से सितंबर के दौरान भारत से मैंथा उत्पादों के निर्यात में 24 फीसदी की कमी आकर कुल निर्यात 8,000 टन का ही हुआ है जबकि पिछले साल की समान अवधि में 10,550 टन का निर्यात हुआ था। वित्त वर्ष 2008-09 में भारत से 20,500 टन मैंथा उत्पादों का निर्यात हुआ था। जबकि भारतीय मसाला बोर्ड ने वित्त वर्ष 2000-10 में निर्यात का लक्ष्य 22,000 टन का रखा गया है।एमसीएक्स पर दिसंबर महीने के वायदा अनुबंध में पिछले एक सप्ताह में 2.2 फीसदी की तेजी आकर शनिवार को भाव 533.90 रुपये प्रति किलो हो गए। 23 अक्टूबर को वायदा में इसके भाव 521.90 रुपये प्रति किलो थे। हाजिर में तेजी आने का असर वायदा में भी इसकी कीमतों पर पड़ने की संभावना है। चालू फसल सीजन में अनुकूल मौसम से देश में मैंथा तेल का उत्पादन बढ़कर 30 से 32 हजार टन होने की संभावना है जो कि पिछले साल के 27,000 टन से ज्यादा है। पिछले साल कटाई के समय वर्षा होने से मैंथा तेल के उत्पादन में कमी आई थी। त्योहारी सीजन होने के कारण दिवाली तक किसानों और स्टॉकिस्टों की बिकवाली ज्यादा आ रही थी। इस समय उत्पादक मंडियों में मैंथा तेल के भाव 555 रुपये और मैंथा क्रिस्टल बोल्ड के भाव 650 रुपये प्रति किलो चल रहे हैं। पिछले एक सप्ताह से किसानों के साथ ही स्टॉकिस्टों की बिकवाली घट गई है। आगामी दिनों में घरेलू मांग में भी इजाफा होने की संभावना है। जिसके परिणामस्वरूप उत्पादक मंडियों इसकी कीमतों में तेजी की संभावना है। प्रमुख उत्पादक मंडियों संभल, चंदौसी और बाराबंकी में चालू महीने के मध्य तक मैंथा तेल की दैनिक आवक 450-500 ड्रमों (एक ड्रम 180 किलो) की हो रही थी जोकि घटकर 200-250 ड्रमों की रह गई है। rana@businessbhaskar.netकमोडिटी ट्रेकर आर.एस. राणा

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