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06 नवंबर 2009

समर्थन मूल्य बढ़ाने में कंजूसी

केंद्र सरकार ने गेहूं के समर्थन मूल्य में 20 रुपये, जौ में 70 रुपये, चने में 30 रुपये और करडी में 30 रुपये प्रति क्विंटल की बढ़ोतरी की है, जबकि अन्य फसलों के दाम पूर्ववत
एजेंसियां / नई दिल्ली November 05, 2009
सरकार ने अगले साल गेहूं के खरीद मूल्य में 20 रुपये प्रति क्विंटल की बढ़ोतरी का ऐलान किया है। किसानों को सकारात्मक संकेत देने और खुदरा कीमतों को स्थिर बनाने के प्रयास में यह कदम उठाया गया है।
हालांकि न्यूनतम समर्थन मूल्य में 20 से 70 रुपये प्रति क्विंटल की मामूली बढ़ोतरी की गई है। गेहूं में 20 रुपये, जौ में 70 रुपये, चना में 30 रुपये, करडी में 30 रुपये प्रति क्विंटल की बढ़ोतरी की गई है, जबकि अन्य फसलों के दाम पूर्ववत रखे गए हैं।
गृह मंत्री पी चिदंबरम ने आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति की बैठक के बाद यहां संवाददाताओं को बताया, 'गेहूं का न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) 1100 रुपये प्रति क्विंटल पर तय किया गया है। पिछले साल के एमएसपी पर यह 20 रुपये प्रति क्विंटल अधिक है।'
गृह मंत्री ने बताया कि समिति ने जौ का न्यूनतम समर्थन मूल्य भी 680 रुपये से बढ़ाकर 750 रुपये कर दिया है जबकि चने का न्यूनतम समर्थन मूल्य 1730 रुपये से बढ़ाकर 1760 रुपये प्रति क्विंटल किया गया है।
चिदंबरम ने बताया कि करडी का एमएसपी 1650 रुपये से बढ़ाकर 1680 रुपये प्रति क्विंटल तय किया गया है। उन्होंने बताया कि रबी की अन्य फसलों की कीमत में कोई बदलाव नहीं किया गया है। अन्य फसलों में मसूर का न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) 1870 रुपये प्रति क्विंटल और सरसों की कीमत 1830 रुपए प्रति क्विंटल है।
तेल ब्लॉक अलग करने का फैसला
सरकार ने असम और नगालैंड दोनों की सीमाओं में आने वाले एक तेल एवं गैस ब्लॉक को दो हिस्सों में करने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। इससे अब नगालैंड में उत्खनन कार्य को पूरा किया जा सकेगा, जो पूर्व में नहीं हो सका था।
गृह मंत्री पी चिदंबरम ने बताया कि ब्लॉक एए-ओएन:7 के उत्पादन बंटावारा करार को दो हिस्सों में करने का प्रस्ताव मंजूर किया गया है ताकि ब्लॉक के नगालैंड में पड़ने वाले हिस्से में पृथक उत्खनन कार्य संचालित किया जा सके। (बीएस हिन्दी)

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