नई दिल्ली November 05, 2009
महंगाई अब आपकी नाश्ते की थाली भी चट करने जा रही है। गेहूं महंगा होने की वजह से पिछले दो महीनों में ब्रेड और बिस्कुट की कीमतें बढ़ गई हैं।
इस दौरान ब्रेड और बिस्कुट की लागत करीबन 20 से 30 फीसदी बढ़ गई है। जिससे पंजाब, हरियाणा, उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में ब्रेड महंगी हो गई है। दिल्ली में भी ब्रेड के दाम बढ़ाने की तैयारी हो गई है। हालांकि बिस्कुट निर्माताओं ने ग्राहकों को राहत देते हुए लागत बढ़ने के बावजूद उत्पादों की कीमतें अभी नहीं बढ़ाई हैं।
ब्रेड निर्माताओं के मुताबिक मैदा 12 रुपये से बढ़कर 18 रुपये प्रति किलोग्राम हो गई है। चीनी की थोक कीमत भी 32 रुपये से बढ़कर 36 रुपये प्रति किलोग्राम हो चुकी है।
ऑल इंडिया ब्रेड मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष रमेश मग्गो बताते हैं, 'ब्रेड निर्माता कब तक गेहूं की कीमत गिरने का इंतजार करेंगे। दिल्ली और आसपास के इलाकों में भी ब्रेड के दाम में बढ़ोतरी की पूरी तैयारी हो चुकी है। नई कीमत वाले रैपर भी बनने चले गए हैं।'
पंजाब के एक नामी ब्रांड के ब्रेड निर्माता ने बताया कि इस बढ़ोतरी के बाद 400 ग्राम के ब्रेड पैकेट के दाम 15 रुपये और 800 ग्राम वाले ब्रेड पैकेट की कीमत 22 रुपये हो गई है।
बिस्कुट में ही मिली कुछ छूट
सितंबर में दाम बढ़ाने वाले बिस्कुट उत्पादक फिलहाल ग्राहकों की जेब पर और बोझ डालना नहीं चाहते क्योंकि महंगाई से ग्रामीण इलाकों में उनके ग्राहक परेशान हैं। बिस्कुट निर्माताओं के मुताबिक उनके बीच काफी प्रतिस्पर्धा भी है। इसलिए जरूरी नहीं है कि हर निर्माता कीमत में बढ़ोतरी कर दे। पिछले दो महीनों में बिस्कुट की लागत में भी 10 फीसदी से अधिक इजाफा हुआ है।
रईसों का नाश्ता
ब्रेड और बिस्कुट की लागत बढ़ी 20 से 30 फीसदी तकइसलिए कई सूबों में 1 से 2 रुपये महंगी हुई ब्रेडबिस्कुट निर्माता फिलहाल नहीं बढ़ा रहे हैं कीमत (बीएस हिन्दी)
06 नवंबर 2009
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