05 मई 2009
अप्रैल माह में सोना आयात पिछले साल से भी ज्यादा
चालू वित्त वर्ष के माह में सोना आयात पिछले साल के अप्रैल से ज्यादा रहा। जबकि इससे पहले वाले दो माह फरवरी व मार्च में सोने का बिल्कुल आयात नहीं हुआ था। इस साल अप्रैल 30 टन सोने का आयात हुआ। जबकि पिछले साल 24 टन सोने का आयात किया गया था।बांबे बुलियन के अध्यक्ष सुरेश हुंडिया ने बताया कि सोने के भाव ऊपरी स्तर से घटने और त्यौहारी मांग निकलने से आयात में बढ़ोतरी हुई है। चालू वर्ष के फरवरी महीने में अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने के दाम उच्चतम स्तर पर पहुंच गए थे। इसी के परिणामस्वरूप घरेलू बाजार में 20 फरवरी को इसके भाव बढ़कर 15,910 रुपये प्रति दस ग्राम हो गए थे। लेकिन ऊंचे भावों में मांग कमजोर होने और विश्व के शेयर बाजारों में आए सुधार से अप्रैल के प्रथम पखवाड़े में दिल्ली सराफा बाजार में सोने के दाम घटकर 14,385 रुपये प्रति दस ग्राम रह गए। अत: ऊंचे भावों में आई गिरावट से सोने की मांग में बढ़ोतरी देखी गई। जिससे आयात में बढ़ोतरी हुई है। वल्र्ड गोल्ड काउंसिल के सूत्रों के मुताबिक अक्षय तृतीया के मौके पर देश में सोने की बिक्री 45 टन की हुई है। हालांकि ये गत वर्ष के मुकाबले कम है। सुरेश हुंडिया ने बताया कि घरेलू बाजारों में अगर सौने के दाम 14,000 रुपये प्रति दस ग्राम के आस-पास रहे तो मई महीने में भी अच्छा आयात होने की उम्मीद है।उन्होंने बताया कि अप्रैल महीने में चांदी का आयात भी करीब 40 टन रहा। आल इंडिया सराफा एसोसिएशन के अध्यक्ष शील चंद जैन ने बताया कि विदेशी बाजार में भाव बढ़ने से सोमवार को दिल्ली सराफा बाजार में सोने के दाम 90 रुपये बढ़कर 14,570 रुपये प्रति दस ग्राम हो गए। इस दौरान चांदी की कीमतों में भी 200 रुपये की तेजी आकर भाव 21,300 रुपये प्रति किलो हो गई। अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोमवार को सोने के दाम 892 डॉलर प्रति औंस पर खुले तथा निवेशकों की खरीद से दो डॉलर की तेजी आकर भाव 894 डॉलर प्रति औंस हो गए थे। लेकिन ऊंचे भावों में मुनाफावसूली आने से तीन डॉलर की गिरावट आकर 891 डॉलर प्रति औंस पर कारोबार करते देखा गया। इस दौरान अंतरराष्ट्रीय बाजार में चांदी के दाम 12.55 डॉलर प्रति औंस पर खुले तथा भाव बढ़कर 12.69 डॉलर प्रति औंस पर कारोबार करते देखा गया। (Buisness Bhaskar...R S Rana)
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