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05 मई 2009

छह माह में भारत का कॉफी निर्यात गिरा

नई दिल्ली। भारत का कॉफी निर्यात अक्टूबर से मार्च के दौरान करीब सात फीसदी घटकर 10.93 लाख बोरी (प्रति बोरी 60 किलोग्राम) रह गया। विश्वव्यापी कॉफी संगठन के अनुसार पिछले साल इस दौरान 11.78 लाख बोरी कॉफी का निर्यात हुआ था। ंइंटरनेशनल कॉफी आर्गनाइजेशन ने अपनी वेबसाइट पर जानकारी दी है कि दुनिया के इस प्रमुख कॉफी उत्पादक देश में 10,93,463 बोरी कॉफी का निर्यात किया गया। यह निर्यात पिछले साल से करीब सात फीसदी कम है। अक्टूबर से शुरू हुए 2008-09 के दौरान भारत से 3.14 लाख बोरी माइल्ड कॉफी का निर्यात किया गया जबकि इस दौरान 7.79 लाख बोरी रोबस्ता कॉफा निर्यात किया गया। पिछले साल इन दोनों किस्मों की कॉफी का निर्यात समान अवधि में क्रमश: चार लाख और 7.74 लाख बोरी रहा था। हालांकि विश्व स्तर पर आर्थिक मंदी के बावजूद कॉफी का निर्यात बढ़ा। संगठन के अनुसार आर्थिक संगठन के बावजूद कॉफी की मांग भी मजबूत रही है। कोलंबिया से कॉफी की सप्लाई हल्की रही। केंद्रीय अमेरिकी क्षेत्र की कॉफी की भी सप्लाई कमोबेश ऐसी ही रही। इसके कारण कॉफी की मांग और सप्लाई के बीच बहुत ज्यादा अंतर नहीं दिखाई दिया। कई देशों में कॉफी का स्टॉक निम्नतम स्तर पर है। रिपोर्ट के अनुसार विश्व स्तर पर कॉफी निर्यात 4.9 फीसदी बढ़कर बढ़कर 4.89 करोड़ बोरी हो गया। इससे पहले समान अवधि में 4.66 करोड़ बोरी कॉफी का निर्यात किया गया था।संगठन के अनुसार दुनिया के सबसे बड़े कॉफी निर्यात ब्राजील का निर्यात 21 फीसदी बढ़कर 153 लाख बोरी हो गया। दूसरी ओर इंडोनेशिया से निर्यात 21.21 लाख बोरी से घटकर 189.4 लाख बोरी रह गया। उत्पादक देशों से मिली जानकारी के अनुसार इन देशों में फसल वर्ष के शुरू में कॉफी का स्टॉक 172.4 लाख बोरी रहा था जो रिकार्ड स्तर पर नीचे था। संगठन का अनुमान है कि अगले फसल वर्ष 2009-10 के शुरू में कॉफी का स्टॉक और कम रह सकता है। सप्लाई इस समय बहुत कम चल रही है। संगठन ने चालू वर्ष में कॉफी का उत्पादन अनुमान घटाकर 12.7 करोड़ बोरी तय किया है। (प्रेट्र) (Business Bhaskar)

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