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02 मई 2009

रकबा घटने की आशंका से ग्वार के भाव तेज

स्टॉक प्रवृति बढ़ने के कारण सप्लाई घटने से राजस्थान की मंडियों में ग्वार गम व ग्वार सीड में फिर तेजी का रुख बन गया है। इस वजह से ग्वार गम व ग्वार सीड के भाव इस सप्ताह के दौरान साढ़े तीन फीसदी तक बढ़ गए। राजस्थान ग्वारगम मैन्यूफैक्चर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष जीवन गांधी के मुताबिक मई के दौरान उत्तर-पश्चिम में मानसून पूर्व बारिश में कमी के पूर्वानुमान और हरियाणा व श्रीगंगानगर बेल्ट के सिंचित क्षेत्रों में किसानों का रुझान दूसरी जिंसों की बुवाई में होने से ग्वार का रकबा घटने की आशंका है। इस वजह से स्टॉक प्रवृति बढ़ने के कारण इस सप्ताह शुक्रवार तक पांच कारोबारी दिवस में जयपुर मंडी में ग्वार मिल डिलीवरी के भाव बढ़कर 1850 से 1910 रुपये तथा जोधपुर में 1900 से 1925 रुपये और ग्वार गम के 3800 से 3850 रुपये क्विंटल तक पहुंच गए। तेजी का रुख रहने से अलवर में भी लूज में ग्वार के भाव 1625 से 1670 और श्रीगंगानगर में 1575 से 1600 रुपये क्विंटल हो गए, जो कि पूर्व सप्ताह के बंद भावों की तुलना में तीन से साढ़े तीन फीसदी ज्यादा हैं। उधर एक ही दिन में ग्वार गम के भावों में 100 से 125 रुपए क्विंटल की तेजी को देखते हुए अब शनिवार को एनसीडीईएक्स में मई वायदा सौदों में भी भाव बढ़कर खुलने की संभावना व्यक्त की जा रही है। मानसून पूर्व बारिश के साथ ही किसान खरीफ फसलों की बुवाई की तैयारियों में लग जाते हैं और अब तक यही ज्यादा सुनने में आ रहा है कि इस साल किसान ग्वार की बजाय दूसरी जिंसों की पैदावार को तरजीह देंगे। यह देखते हुए ग्वार का रकबा 50 फीसदी तक घटने की आशंका हैं। हालांकि ग्वार के रकबे में कमी का सही अनुमान 15 मई के बाद ही लग पाएगा। दूसरी तरफ अप्रैल से जून तक ग्वार गम का निर्यात 50-60 हजार टन होने का अनुमान है जबकि मंडियों में ग्वार का स्टॉक लगातार घट रहा है और किसानों के पास भी स्टॉक नहीं के बराबर बचा है। वहीं संभावित निर्यात मांग को देखते हुए गम फैक्ट्रियों के ग्वार की खरीद में सक्रिय होने से व्यापारी दाम बढाकर बोल रहे हैं। श्रीगंगानगर के व्यापारी सुरेंद्र सुमानी का कहना है कि रकबा घटने की आशंका से स्टॉकिस्टों ने ग्वार पर पकड़ और मजबूत कर ली है। इस वजह से ग्वार में अभी और तेजी की संभावना व्यक्त की जा रही है। दूसरी तरफ जयपुर के थोक व्यापारी रामावतार खंडेलवाल का कहना है कि भारत और चीन की अर्थव्यवस्था में सुधार की संभावना के चलते तेल की मांग बढ़ने का अनुमान लगाया जा रहा है। ऐसे में रूस में कच्चे तेल के उत्पादन में बढ़ोतरी की संभावना से व्यापारियों को ग्वार गम के निर्यात ऑर्डर मिलने की उम्मीद के चलते ग्वार सीड और ग्वार गम दोनों में ही तेजी की धारणा बनी हुई है। (Buisness Bhaskar)

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