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02 मई 2009

उत्पादक राज्यों की मंडियों में गेहूं की खरीद पड़ी धीमी

चालू खरीद सीजन में भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) की गेहूं खरीद 195.90 लाख टन तक पहुंच गई है। हालांकि, अब उत्पादक राज्यों में गेहूं की सप्लाई धीमी पड़ने लगी है। पहले देशभर की उत्पादक मंडियों में रोजाना दस लाख टन गेहूं की खरीद हो रही थी, लेकिन अब खरीद घटकर तकरीबन 2.5 लाख टन रह गई है। आने वाले दिनों में आवक और घटने की संभावना है। जिस तरह से मंडियों में गेहूं खरीद में जल्द ही तेजी आ गई थी, उसी तरह इसमें गिरावट भी जल्द आ रही है। भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) के अधिकारी भले ही इस साल खरीद पिछले साल से भी ज्यादा होने की उम्मीद कर रहे हों, लेकिन उत्तर प्रदेश में हल्की खरीद से इन उम्मीदों पर पानी फिर सकता है। एफसीआई के सूत्रों के अनुसार उत्तर प्रदेश की मंडियों में गेहूं की आवक 9.99 लाख टन और सरकारी खरीद 9.75 लाख टन की हुई है। पिछले वर्ष उत्तर प्रदेश में गेहूं की कुल खरीद 31.3 लाख टन की हुई थी। राजस्थान की मंडियों में अभी तक गेहूं की कुल आवक 9.66 लाख टन और सरकारी खरीद 7.94 लाख टन की हुई है। उधर, मध्य प्रदेश की मंडियों में गेहूं की आवक करीब 14.53 लाख टन व खरीद 11.99 लाख टन की हो चुकी है।एफसीआई के अधिकारियों के मुताबिक चालू खरीद सीजन में अभी तक पंजाब की मंडियों में गेहूं की आवक 102.44 लाख टन की हुई है तथा एफसीआई व अन्य सरकारी एजेंसियों द्वारा 100.08 लाख टन की खरीद की जा चुकी है। मालूम हो कि पिछले साल पंजाब में कुल खरीद 99.49 लाख टन की हुई थी। गत वर्ष की समान अवधि में पंजाब की मंडियों में गेहूं की आवक 83.38 लाख टन और सरकारी खरीद 80 लाख टन की हुई थी।उधर, हरियाणा में गेहूं की सरकारी खरीद का आंकड़ा रिकार्ड स्तर पर पहुंच गया है। चालू खरीद सीजन में राज्य की मंडियों में गेहूं की आवक 65 लाख टन की हुई है तथा एफसीआई ने 64.98 लाख टन गेहूं खरीदा है। गत वर्ष हरियाणा में एफसीआई ने 52.31 लाख टन गेहूं की खरीद की थी।इससे पहले वर्ष 2001-02 में हरियाणा में 64.07 लाख टन की रिकार्ड खरीद हुई थी। गत वर्ष की समान अवधि में हरियाणा की मंडियों में गेहूं की आवक 45.85 लाख टन और खरीद 45.43 लाख टन की ही हुई थी। उत्तर प्रदेश का गेहूं आने से भी चालू खरीद सीजन के दौरान हरियाणा में सरकारी खरीद में इजाफा हुआ है।सोनीपत में व्यापारियों ने गेहूं खरीद रोकीसंजीव कुमार चौधरी सोनीपत गेहूं बेचने में सरकारी अधिकारियों द्वारा अड़ंगे लगाए जाने को लेकर व्यापारियों के साथ उनकी तनातनी बढ़ गई है। इसे ध्यान में रखकर सोनीपत मंडी में व्यापारियों ने गेहूं की खरीद का काम बंद कर दिया है। सोनीपत अनाज मंडी एसोसिएशन के सचिव संजय वर्मा ने त्नबिजनेस भास्करत्न को बताया कि पिछले चार दिनों से एजेंसी के अधिकारियों द्वारा गेहूं खरीदने में आनाकानी किए जाने से किसान व आढ़तियों को काफी परशानी हो रही है। ऐसे में एसोसिएशन ने एक बैठक कर मंडी में गेहूं खरीदने का कार्य बंद करने का निर्णय लिया है।उन्होंने कहा कि जब तक ये अधिकारी अपना रवैया नहीं सुधारंगे, तब तक कोई भी आढ़ती गेहूं खरीद में सहयोग नहीं करगा। करनाल मंडी एसोसिएशन के अध्यक्ष विनोद गोयल ने बताया कि विभाग द्वारा अब भी किसानों की वीडियोग्राफी कराने के बाद ही गेहूं खरीदा जा रहा है। वहीं, खाद्य व आपूर्ति विभाग के निदेशक अनिल मलिक का कहना है कि गेहूं खरीद तब तक जारी रहेगी जब तक किसान माल लाते रहेंगे। (Business Bhaskar....R S Rana)

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