मुंबई May 11, 2009
कोल्हापुर स्थित संजय घोड़ावत समूह फूलों की खेती को अपने शीर्ष कारोबार में स्थापित करने जा रहा है।
इस समूह, जिसकी उपस्थिति अक्षय ऊर्जा और एफएमसीजी क्षेत्र में है, की उत्पादन क्षमता एक लाख फूल प्रति दिन की है और वित्त वर्ष 2011 तक इसे बढ़ा कर 2,50,000 फूल प्रति दिन करने की योजना है।
एक हजार करोड़ रुपये के इस समूह के पास फूलों के व्यवसाय के लिए कोल्हापुर और उसके आस पास 20.24 हेक्टेयर जमीन है, जबकि कृषि व्यवसाय के लिए इसके पास 50 हेक्टेयर का क्षेत्र है। फूलों के कारोबार के लिए यह समूह 17 हेक्टेयर जमीन और जोड़ने की तैयारी में है और इसके लिए 20 करोड़ रुपये का निवेश करने जा रहा है।
संजय घोड़ावत समूह की एक इकाई घोड़ावत एग्रो के निदेशक श्रेणिक एस घोड़ावत ने बताया, 'हमने शुध्द मार्जिन बढ़ता देखा है। वित्त वर्ष 2008 में जहां इसमें 20 से 25 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई वहीं वित्त वर्ष 2009 में इसमें 40 प्रतिशत की वृध्दि हुई है। यह एक ऐसा कारोबार में जिसमें पूंजी कम लगती है लेकिन मुनाफा अच्छा मिलता है। हम आशा करते हैं कि चालू वित्त वर्ष में हमारा मार्जिन बढ़ कर 50 फीसदी हो जाएगा।'
वित्त वर्ष 2009 में कंपनी ने 17 करोड़ रुपये की बिक्री की थी। उन्होंने कहा, 'अपनी विस्तार योजनाओं के साथ ही हमारा अनुमान है कि चालू वित्त वर्ष में आय में तीन गुना बढ़ोतरी होगी और बॉटमलाइन भी बढ़ कर 30 करोड़ रुपये होने का अनुमान है।'
घरेलू पुष्पोत्पादन उद्योग निर्यात के उद्देश्य से पारंपरिक फूलों की जगह सजावटी फूलों को ज्यादा तरजीह दे रहा है। वित्त वर्ष 2009 में फूलों की खेती का रकबा 1.6 लाख हेक्टेयर का था और 340 करोड मूल्य के फूलों का निर्यात किया गया था।
फूलों के निर्यात के लिए लगभग 300 इकाइयां है जिनमें से आधे से अधिक दक्षिणी क्षेत्र जैसे कर्नाटक, आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु में हैं। इसके अतिरिक्त, पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र और राजस्थान में भी पड़े पैमाने पर फूलों की खेती की जाती है।
घोड़ावत समूह निर्यात बाजार को लेकर उत्साहित है। कंपनी कुल वर्तमान उत्पादन के लगभग 75 प्रतिशत का निर्यात मुख्य रूप से जापान और अमेरिका को करती है। घोड़ावत ने कहा कि इस साल के बाद वे विदेशी बाजार में अपनी पहुंच बढ़ा कर 80 से 85 फीसदी करेंगे क्योंकि घरेलू बाजार की तुलना में वहां से बेहतर मार्जिन प्राप्त होता है।
भारत विश्व के 140 देशों को फूलों का निर्यात करता है। शीर्ष 10 विदेशी बाजार में अमेरिका, नीदरलैंड, यूके, जर्मनी, जापान, इथियोपिया, इटली, स्पेन, यूएई और ऑस्ट्रेलिया शामिल हैं। (BS Hindi)
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें