भुवनेश्वर 05 05, 2009
नैशनल एल्युमिनियम कंपनी (नाल्को) की पंचपटमाली खानों पर हुए नक्सली हमले के बाद बॉक्सइट उत्पादन में आई लगभग 35 प्रतिशत की कमी को देखते हुए कंपनी को अंदेशा है कि 16 दिनों बाद जब इसके बॉक्साइट का भंडार समाप्त हो जाएगा तो एल्युमिना उत्पादन में एक-तिहाई की गिरावट आ सकती है।
उल्लेखनीय है कि 12 अप्रैल को हुए नक्सली हमले जिसमें सीआईएसएफ के 12 जवानों की जान गई थी, के बाद खान में काम करने वाले कर्मचारी 5 बजे शाम के बाद काम करने से डर रहे हैं। इस कारण नाल्को के पंचपटमाली खान का औसत बॉक्साइट उत्पादन 14,000 टन प्रति दिन से घट कर 9,000 टन प्रति दिन रह गया है।
नाल्को के महाप्रबंधक ए चक्रवर्ती ने बताया कि 16 दिनों बाद एल्युमिना रिफाइनरी संयंत्र को बॉक्साइट की सख्त जरूरत होगी और एल्युमिना का उत्पादन लगभग एक-तिहाई कम हो जाएगा। यहां की रिफाइनरी का औसत एल्युमिना उत्पादन लगभग 4,500 टन प्रति दिन है।
कर्मचारियों की बी-शिफ्ट, जो 2 बजे दिन से रात के 10 बजे तक का हुआ करती थी, को नक्सली हमले के बाद अपने कर्मचारियों की सुरक्षा को लेकर नाल्को ने बंद कर दिया। खान कर्मचारी अब दो शिफ्टों में काम करते हैं- ए-शिफ्ट जो सुबह दो बजे से शाम के 5 बजे तक चलती है और एक साधारण शिफ्ट जो आठ बजे सुबह से 5 बजे शाम तक चलती है।
नाल्को बॉक्साइट उत्पादन में कमी से निपटने के लिए उपाय सोच रही है। इसमें खान कर्मचारियों का विश्वास जीतना भी शामिल है। नाल्को के पंचपटमाली खान में लगभग 507 कर्मचारी काम करते हैं। नाल्को के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक सी आर प्रधान और कंपनी के निदेशक (उत्पादन) ए के शर्मा ने बताया कि खान के चार कर्मचारी यूनियनों से बात हुई है।
कंपनी के शीर्ष प्रबंधन ने खनन क्षेत्र में सुरक्षा के उपायों को मजबूत करने के लिए सैध्दांतिक रूप से सहमत हो गए हैं। कंपनी खनन कर्मचारियों को विशेष भत्ता देने के साथ-साथ रोटेशन नीति की अनुमति भी दी है जिसके तहत खनन कर्मचारी कंपनी के अन्य इकाइयों में काम कर पाएंगे।
कर्मचारी यूनियनों ने कम से कम 10 प्रतिशत खनन कर्मचारियों के ट्रांसफर की मांग की है। नाल्को के मुख्य प्रबंधक बी के सुबुधी ने कहा कि प्रधान ने कर्मचारी यूनियनों से सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने के उपायों, विशेष भत्ते देने और खनन कर्मचारियों की रोटेशन नीति के लिए एक कमिटी गठित करने की बात कही है।
नाल्को प्रबंधन ने पंचपटमाली खान पर दो विस्फोटक मैग्जीन को शिफ्ट करने के लिए वैकल्पिक ठिकाने की अनुमति दे दी है। विस्फोटक मैग्जीन का नया ठिकाना एक से डेढ़ साल के भीतर तैयार होने की उम्मीद है। (BS Hindi)
06 मई 2009
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