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07 जुलाई 2010

जैविक खाद्य व्यापार में भारत की बड़ी भूमिका : पवार

नई दिल्ली: केंद्रीय कृषि मंत्री शरद पवार ने बुधवार को कहा कि भारत वैश्विक जैविक खाद्य व्यापार में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है।पवार ने कहा, "पिछले छह वर्षो के दौरान जैविक खेती की देश में अच्छी प्रगति हुई है। किसानों, गैरसरकारी संगठनों, सरकारी हस्तक्षेपों और बाजार के संयुक्त प्रयासों से भारतीय जैविक खेती एक ऐसे स्तर पर पहुंच चुकी है, जहां यह न केवल घरेलू बाजार को बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है, बल्कि वैश्विक जैविक खाद्य व्यापार को भी बढ़ाने में।"पवार, कृषि मंत्रालय से संबद्ध संसदीय सलाहकार समिति को संबोधित कर रहे थे। पवार के पास उपभोक्ता मामलों, खाद्य और सार्वजनिक वितरण विभाग भी हैं।पवार ने कहा, "देश में वर्ष 2003-04 में 42,000 हेक्टेयर भूमि पर प्रामाणिक जैविक खेती होती थी। लेकिन 2009-10 के प्रारंभिक आंकड़े इस बात का संकेत करते हैं कि प्रामाणिक जैविक खेती का दायरा 10।5 लाख हेक्टेयर तक बढ़ गया है। इसमें से लगभग 7.5 लाख हेक्टेयर पूर्ण प्रामाणित है, जबकि बाकी तीन लाख हेक्टेयर प्रमाणन के विभिन्न चरणों में हैं।"पवार ने कहा कि कृषि मंत्रालय विभिन्न योजनाओं के जरिए देश में जैविक खेती को बढ़ावा दे रहा है। इन योजनाओं में नेशनल प्रोजेक्ट ऑन आर्गेनिक फार्मिग, नेशनल हार्टीकल्चर मिशन, टेक्न ोलॉजी मिशन फॉर नार्थ ईस्ट और राष्ट्रीय कृषि विकास योजना शामिल हैं।पवार ने कहा, "आईसीएआर (भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद) ने वैज्ञानिक रूप से प्रमाणित जैविक खेती के तरीकों के विकास और प्रसार के लिए जैविक खेती पर एक आल इंडिया नेटवर्क प्रोजेक्ट शुरू किया है।" (मेरी खबर.कॉम)

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