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01 जुलाई 2010

घट सकता है चाय का निर्यात

कोलकाता। उत्तर भारत में भारी बारिश होने और तापमान में गिरावट के कारण इस वर्ष देश में चाय का उत्पादन प्रभावित होने की आशंका है जिसका सीधा असर निर्यात पर पडेगा हालांकि वर्ष 2010 के शुरूआती चार महीनों में निर्यात में बढोतरी दर्ज की गई थी। भारतीय चाय संघ के अध्यक्ष आदित्य खेतान ने बताया कि मई और जून में भारी बारिश और तापमान में गिरावट के कारण असम में चाय का उत्पादन प्रभावित हुआ है। इससे वर्ष 2010 में देश भर के उत्पादन और निर्यात लक्ष्य में गिरावट आ सकती है। चाय बोर्ड के आंकडों के मुताबिक वर्ष 2009 में देश से चाय का निर्यात इससे पिछले वर्ष की तुलना में 5.7 प्रतिशत गिरकर 19.15 करोड किलोग्राम रह गया था लेकिन दिसंबर में हालात बिलकुल उलट हो गए और सिर्फ इस माह में चाय का निर्यात 36.9 प्रतिशत बढकर 2.22 करोड किलोग्राम हो गया।
चाय बोर्ड के आंकडों के मुताबिक जनवरी से अप्रैल के दौरान कुल निर्यात में 20 प्रतिशत की जबरदस्त बढोतरी हुई। पिछले वर्ष जनवरी से अप्रैल के दौरान 4.98 करोड किलोग्राम चाय का निर्यात हुआ था जबकि इस वर्ष समान अवधि में निर्यात बढकर छह करोड किलोग्राम हो गया। इस दौरान चाय का उत्पादन पिछले वर्ष की समान अवधि के 14.45 करोड किलोग्राम की तुलना में 12 प्रतिशत बढकर 16.23 करोड किलोग्राम हो गया। उद्योग के अनुमान के मुताबिक इस वर्ष निर्यात 20.5 करोड किलोग्राम के आंकडे को पार कर सकता है। श्री खेतान ने बताया कि चाय का अप्रैल तक का बढिया उत्पादन अब खत्म हो चुका है और मई-जून के उत्पादन में पिछले वर्ष की तुलना में गिरावट आई है।
हालांकि उत्पादन के आधिकारिक आंकडे अब तक उपलब्ध नहीं हो सके हैं। चाय बोर्ड के आंकडों के मुताबिक उत्तर भारत में इस वर्ष जनवरी से अप्रैल के दौरान पिछले वर्ष की समान अवधि के 8.02 करोड किलोग्राम की तुलना में 78 लाख किलोग्राम अधिक 8.81 करोड किलोग्राम चाय का उत्पादन हुआ। श्री खेतान ने बताया कि मौजूदा स्थिति पर नजर डालें तो इस वर्ष चाय का कुल उत्पादन बढने के आसार नजर नहीं आते बल्कि पिछले वर्ष की तुलना में और गिरावट आने की आशंका है। पिछले वर्ष देश के प्रमुख चाय उत्पादक क्षेत्रों में भीषण सूखे के कारण उत्पादन वर्ष 2008 के 98.08 करोड किलोग्राम की तुलना में मामूली गिरावट के साथ 97.89 करोड किलोग्राम रह गया। चाय बोर्ड के एक अधिकारी ने बताया कि इस वर्ष शुरूआती चार महीनों के दौरान मौसम की स्थिति सामान्य रहने के कारण चाय उद्योग ने 99 करोड किलोग्राम के कुल उत्पादन का अनुमान जताया था। उन्होंने कहा कि चाय उद्योग जून में आने वाले उत्पादन आंकडों का इंतजार कर रहा है जिसके बाद उत्पादन पूर्वानुमान को घटाने पर विचार किया जाएगा। चाय उत्पादन में गिरावट के साथ ही उसकी कीमतें बढने लगी हैं तथा अगर आगे भी हालात नहीं सुधरे तो कीमतें और बढ सकती हैं।

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