नई दिल्ली July 04, 2010
अंतरराष्ट्रीय बाजार में चीनी के दाम बढऩे का असर घरेलू बाजार में इसकी कीमतों में दिखने लगा है। एक सप्ताह में ही घरेलू बाजार में चीनी के दाम 250-300 रुपये प्रति क्विंटल बढ़ चुके हैं। कारोबारियों का कहना है कि आगे भी कीमतों में तेजी बरकरार रहने की संभावना है।एसएमबी इंटरप्राइजेज के सुधीर भालोटिया ने बिजनेस स्टैंडर्ड को बताया कि पिछले एक माह के दौरान अंतरराष्ट्रीय बाजार में चीनी के दाम 430 डॉलर से बढ़कर 528 डॉलर प्रति टन हो गए है। इस वजह से घरेलू बाजार में चीनी की कीमतों में इजाफा हुआ है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में एम ग्रेड चीनी की एक्स फैक्टरी कीमत 2750-2800 रुपये प्रति क्विंटल है।चीनी का दिल्ली पहुंच भाव 2900-2950 रुपये प्रति क्विंटल है। कारोबारी इसे 3000-3100 रुपये प्रति क्विंटल के भाव पर बेच रहे है। बीते चार-पांच दिनों में इसमें 250-300 रुपये प्रति क्विंटल की बढ़ोतरी हुई है। उनका कहना है कि इस समय अंतरराष्ट्रीय भाव पर चीनी आयात करने पर कारोबारियों को फायदा नहीं हो रहा है। इसलिए वे चीनी आयात के नये सौदे नहीं कर रहे हैं।अंतरराष्ट्रीय बाजार में चीनी की कीमतों में तेजी के बारे में भालोटिया ने कहा कि बीते दिनों में थाईलैंड चीनी की बिक्री कर रहा था, लेकिन अब थाईलैंड बेचने की बजाय खरीद करने लगा है। इसकी वजह थाईलैंड में चीनी का उत्पादन प्रभावित होना माना जा रहा है। श्री बालाजी ट्रेडर्स के आर। पी. गर्ग का कहना है कि सरकार द्वारा चीनी का कोटा मासिक करने के कारण भी कीमतों में तेजी को बल मिला है। पहले चीनी बिक्री का कोटा सप्ताह के आधार पर जारी होने से मिलों पर चीनी बेचने का दबाव रहता था, जो अब खत्म हो गया है। कारोबारियों के मुताबिक चीनी की कीमतों में तेजी की संभावना है। चीनी कारोबारी देसराज कुमार का कहना है कि अगस्त से त्योहारी सीजन शुरू हो जाएंगे जिससे चीनी के दाम और बढ़ सकते हैं। (बीएस हिंदी))
06 जुलाई 2010
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