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05 मार्च 2010

पांच माह में ही कॉटन निर्यात पिछले साल से ज्यादा

अंतरराष्ट्रीय बाजार में भाव तेज होने के कारण चालू फसल सीजन के पहले पांच महीने में ही भारत से पिछले पूर सीजन से भी ज्यादा कॉटन का निर्यात हो चुका है। अक्टूबर से फरवरी तक देश से 41।31 लाख गांठ कॉटन (प्रति गांठ 170 किलो) का निर्यात हो चुका है जबकि पिछले पूर सीजन (अक्टूबर-08 से सिंतबर-09) के दौरान 35.14 लाख गांठ कॉटन का निर्यात हुआ था।टैक्सटाइल कमिश्नर के सूत्रों के अनुसार अक्टूबर से फरवरी के दौरान भारत से 41.31 लाख गांठ की शिपमेंट हो चुकी है जबकि इस दौरान निर्यात सौदे 59.19 लाख गांठ के पंजीकृत हो चुके हैं। पिछले पूर सीजन के दौरान कुल शिपमेंट मात्र 35.14 लाख गांठ की ही हुई थी। इस दौरान निर्यात सौदे 37.52 लाख गांठ के पंजीकृत हुए थे। चालू फसल सीजन में जनवरी के मुकाबले फरवरी महीने में नए निर्यात काफी ज्यादा हुए लेकिन शिपमेंट में कमी आई है। सूत्रों के अनुसार फरवरी महीने में 1,321,482 गांठ के निर्यात सौदे पंजीकृत हुए जबकि इस दौरान शिपमेंट मात्र 153,753 गांठ की ही हो पाई है। जनवरी महीने में 1,012,443 गांठ के निर्यात सौदे पंजीकृत हुए थे जबकि इस दौरान शिपमेंट 755,339 गांठ ही हो गई थी। नॉर्थ इंडिया कॉटन एसोसिएशन के अध्यक्ष राकेश राठी ने बताया कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में कॉटन की कीमतों में आई तेजी से भारत से निर्यात मांग लगातार बढ़ रही है। पिछले एक महीने में अंतरराष्ट्रीय बाजार में कॉटन के भाव काफी तेजी से बढ़े। न्यूयार्क बोर्ड ऑफ ट्रेड में कॉटन मार्च वायदा अनुबंध का भाव बढ़कर 19 फरवरी को 78.79 सेंट प्रति पाउंड हो गया जबकि 19 जनवरी को इसका भाव 71.64 सेंट प्रति पाउंड था। अगर भाव की तुलना पिछले साल से की गई जाए तो कीमतों में 35.37 फीसदी की भारी बढ़ोतरी आई है।न्यूयार्क बोर्ड ऑफ ट्रेड में कॉटन का भाव 19 फरवरी 2009 को 43.42 सेंट प्रति पांउड था। विदेशी बाजार में भाव बढ़ने से आगामी दिनों में भारत से निर्यात सौदों में और तेजी आने की संभावना है। हालांकि विदेशी बाजार में आई तेजी से घरलू बाजार में भी कॉटन के दाम बढ़े हैं। अहमदाबाद में शंकर=6 किस्म की कॉटन का दाम बढ़कर गुरुवार को 27,300 से 27,500 रुपये प्रति कैंडी (एक कैंडी-356 किलो) हो गया। कॉटन व्यापारी संजीव गर्ग ने बताया कि घरलू और निर्यातकों की अच्छी मांग से कॉटन की आवक में बढ़ोतरी हुई है। उत्तर भारत के पंजाब, हरियाणा और राजस्थान की मंडियों में कॉटन की दैनिक आवक 13 हजार गांठ, गुजरात की मंडियों में 42 हजार गांठ और महाराष्ट्र की मंडियों में 32 हजार गांठ की हो रही है। (बिसनेस भास्कर.....आर अस राणा)

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