04 नवंबर 2009
हल्दी वायदा की तेजी थामने को एफएमसी हुआ सक्रिय
हल्दी के वायदा भावों में मात्र एक महीने में करीब 45 फीसदी की बढ़ोतरी होने के बाद वायदा बाजार आयोग (एफएमसी) सक्रिय हो गया है। एफएमसी ने कमोडिटी एक्सचेंजों से कहा है कि वे हल्दी के बढ़ते वायदा भावों पर लगाम लगाने के लिए कदम उठाएं। एफएमसी के चेयरमैन बी.सी. खटुआ ने कहा कि हल्दी के भावों में भारी तेजी को रोकने के लिए कड़े कदम उठाने के लिए प्रमुख कमोडिटी एक्सचेंजों को निर्देश दिए गए हैं। प्रमुख कमोडिटी एक्सचेंज एनसीडीईएक्स में हल्दी के वायदा भाव पिछले एक महीने में 7,406 रुपये प्रति क्विंटल से करीब 45 फीसदी बढ़कर 10,736 रुपये प्रति क्विंटल तक पहुंच चुके हैं। हाजिर बाजार में हल्दी के भाव और भी ज्यादा तेज हैं। यह आंध्र प्रदेश के निजामाबाद में 11,500 रुपये प्रति क्विंटल तक पहुंच चुकी है। खटुआ ने कहा कि पिछला स्टॉक कम होने के कारण हल्दी के भाव हाजिर और वायदा दोनों बाजारों में काफी तेजी से बढ़ रहे हैं। वहीं, आंध्र प्रदेश और महाराष्ट्र में बाढ़ के कारण चालू सीजन में उत्पादन में भारी गिरावट की आशंका के कारण कीमतों में तेजी को बढ़ावा मिल रहा है। कर्वी कॉमट्रेड की विश्लेषक कुमारी अमृता ने कहा कि देश में 31 अक्टूबर तक हल्दी का बकाया स्टॉक 2.5 लाख बोरी (एक बोरी 70 किलो) रहने का अनुमान है जबकि पिछले वर्ष इस दौरान सात लाख बोरी का स्टॉक बचा था। देश में हल्दी मुख्य रूप से आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, उड़ीसा और महाराष्ट्र में पैदा की जाती है। अमृता ने कहा कि बाढ़ के बाद मांग बढ़ने और सप्लाई कमजोर पड़ने के कारण हल्दी के भावों में तेजी से बढ़ोतरी हुई है। एफएमसी के निर्देशों के बाद एक्सचेंजों ने कार्रवाई शुरू कर दी है। प्रमुख कमोडिटी एक्सचेंजों एनसीडीईएक्स और एनएमसीई ने हल्दी के वायदा सौदों पर 10 फीसदी का विशेष मार्जिन लगा दिया है। यह बुधवार से प्रभावी हो जाएगा। एनसीडीईएक्स में अब हल्दी वायदा सौदों पर विशेष मार्जिन दोगुना यानि 20 फीसदी हो गया है। विशेष मार्जिन वायदा बाजार में खरीदारी करने वाले को चुकाना पड़ता है। (बिज़नस भास्कर)
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