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05 नवंबर 2009

सीमेंट की कीमतों में 2005 की तेजी के बाद सबसे तेज गिरावट

अहमदाबाद November 04, 2009
सीमेंट क्षेत्र में 2005 में आई तेजी के बाद पहली बार देश भर में पिछले 2 महीनों के दौरान कीमतों में 5-10 प्रतिशत की गिरावट आई है।
दक्षिण और पश्चिमी भारत के कुछ इलाकों में बड़े पैमाने पर उत्पादन क्षमता में विस्तार होने वाला है और वहां नॉन ट्रेड सीमेंट की कीमतें 160-180 रुपये के स्तर पर आ गई हैं, जो पहले की तुलना में 20-30 प्रतिशत कम है।
घरेलू और निर्यात मांग में कमी आने की प्रमुख वजह उत्पादन क्षमता में बढ़ोतरी है। खासकर गुजरात में, जहां देश में कुल सीमेंट उत्पादन का 20 प्रतिशत उत्पादन होता है, वहां नॉन ट्रेड सीमेंट कीमतों का युध्द शुरू हो गया है।
उन स्थानों पर जहां उत्पादन इकाइयां हैं, कीमतें (नॉन ट्रेड) गिरकर 2005 के स्तर पर आ चुकी हैं और 150-160 रुपये प्रति बोरी पर चल रही हैं। इसकी वजह यह है कि जेपी सीमेंट और स्पार्टा सीमेंट जैसे बड़े कारोबारियों ने अपनी क्षमता में विस्तार किया है।
आंध्र प्रदेश में सीमेंट के कारोबारियों ने कीमतों में कमी कर दी है और वे अन्य राज्यों की ओर देख रहे हैं। इसकी वजह है कि राज्य में आई बाढ़ और मुख्यमंत्री वाईएसआर रेड्ड़ी के निधन से बुनियादी ढांचा परियोजनाओं पर बुरा प्रभाव पड़ा है।
सांघी सीमेंट के निदेशक आलोक सांघी ने कहा, 'ऐसा 2005 के बाद पहली बार हुआ है, जब हम कीमतों में भारी कटौती करने को मजबूर हुए हैं। बहरहाल, अब तो ऐसी स्थिति आ गई है कि कीमतों में कटौती की भी कोई गुंजाइश नहीं है, क्योंकि कंपनियों को घाटा सहना भारी पड़ने लगेगा।
यहां पर विकास गतिविधियां स्थगित हो गई हैं और लोगों ने भी इस उम्मीद में खरीदारी बंद कर दी है कि आने वाले दिनों में कीमतों में और गिरावट होगी। हम उम्मीद करते हैं कि आने वाले महीनों और उसके बाद सीमेंट की मांग में जोरदार बढ़ोतरी होगी, क्योंकि बजट के पहले सभी रुके काम पूरा करने की कोशिश होगी।'
कंपनी ने मंदी को देखते हुए अपनी क्षमता विस्तार योजना को टाल दिया है, जो एक साल के भीतर क्षमता 3 एमएमटीपीए से बढ़ाकर 8 एमएमटीपीए करना चाहती थी। सांघी के मुताबिक आंध्र प्रदेश और कर्नाटक में सबसे ज्यादा क्षमता विस्तार हाल के दिनों में हुआ है, जिसकी वजह से कीमतों में भारी गिरावट आई है।
अगले 2 साल में आंध्र और कर्नाटक में करीब 20 एमएमटीपीए अतिरिक्त उत्पादन क्षमता की जानी है। उद्योग जगत के सूत्रों ने कहा कि आंध्र प्रदेश के कारोबारी सीमेंट को पश्चिम भारत के राज्यों में भेजने की कोशिश कर रहे हैं और वे बाजार में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाने के लिए कीमतों में कमी कर रहे हैं।
जेके लक्ष्मी सीमेंट की प्रबंध निदेशक और सीमेंट मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन अध्यक्ष विनीता सिंघानिया ने कहा, 'गुजरात का माल महाराष्ट्र में भेजा जा रहा है, लेकिन मुंबई के बाजारों में अब दक्षिण भारत का सीमेंट भी पहुंचने लगा है।' श्री सीमेंट के प्रबंध निदेशक एचएम बांगुर ने कहा कि इस साल 300 लाख टन क्षमता विस्तार पहले ही हो चुका है।
उन्होंने कहा कि उत्तर भारत में मांग बनी रहने के कारण अभी कीमतें स्थिर हैं, क्योंकि 2010 में होने वाले राष्ट्रमंडल खेल के चलते निर्माण गतिविधियों में तेजी है। सबसे खराब स्थिति गुजरात में है, जहां अहमदाबाद में कीमतों में पिछले 2 महीनों के दौरान 40 रुपये प्रति बोरी गिरावट आई है। (बीएस हिन्दी)

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