05 जून 2009
चीनी स्टॉकिस्टों के खिलाफ सरकार कड़े कदम उठाएगी
घरेलू बाजार में कारोबारियों द्वारा चीनी की जमाखोरी को रोकने के लिए केंद्र सरकार पूरी तरह से गंभीर हो गई है। सरकार जल्दी ही ऐसे जमाखोरों के खिलाफ सख्त कदम उठाने पर विचार कर रही है। सरकारी सूत्रों के अनुमान के मुताबिक चीनी के उत्पादन में करीब 40 फीसदी की कमी आने के बावजूद कारोबारियों ने 14 लाख टन चीनी की जमाखोरी कर रखी है।गौरतलब है कि इस साल कम उत्पादन की वजह से चीनी की बढ़ती कीमतों पर नकेल के लिए कें द्र सरकार ने 14 लाख टन चीनी का अतिरिक्ता कोटा जारी किया है। इसके बावजूद कीमतों में तगड़ी तेजी देखी गई है। सूत्रों के मुताबिक पड़ताल के बाद सरकार ने करीब 14 लाख टन चीनी की जमाखोरी होने की आशंका जताई है। सरकार ने बाजार में कीमतों को बढ़ावा देने के लिए कुछ कारोबारियों द्वारा चीनी की नकली किल्लत बनाने की कोशिश की जा रही है। सरकारी सूत्रों के मुताबिक सरकार ऐसे कारोबारियों की पहचान कर उनके खिलाफ जल्दी ही कोई सख्त कदम उठा सकती है। इस दौरान चीनी उद्योग ने आगामी सीजन के दौरान उत्तर प्रदेश के चीनी उत्पादन में करीब 11 फीसदी तक इजाफा होने की उम्मीद जताई है। उत्तर प्रदेश चीनी मिल संघ के अध्यक्ष सी. बी. पटौदिया के मुताबिक एक अक्टूबर से शुरू होने वाले चीनी सीजन के दौरान उत्तर प्रदेश में करीब 50 लाख टन उत्पादन होने की संभावना है। उन्होंने कहा कि इस साल बेहतर मानसून रहने से गन्ने में शुगर रिकवरी बढ़कर करीब दस फीसदी तक रह सकती है। चालू सीजन के दौरान कई इलाकों में खराब मौसम की वजह से शुगर रिकवरी दर घटकर 9 फीसदी रही थी। (Buisness Bhaskar)
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