बेंगलुरु June 22, 2009
वैश्विक आर्थिक मंदी के चलते मांग में आई भारी कमी और घरेलू स्तर पर कम उत्पादन की मार भारत के कॉफी के निर्यात पर पड़ी है।
सितंबर 2009 में खत्म होने वाले कॉफी वर्ष में निर्यात 10 साल के न्यूनतम स्तर पर आ सकता है। उद्योग जगत के अनुमानों के मुताबिक चालू कॉफी वर्ष (अक्टूबर 2008 से सितंबर 2009) में कुल निर्यात 1,80,000-1,90,000 टन के बीत रहने की उम्मीद है, जो इसके पहले साल की अवधि के कुल निर्यात से 14-18 प्रतिशत कम होगा।
अक्टूबर-07 से सितंबर-08 के बीच कुल 2,19,972 टन कॉफी का निर्यात हुआ था। 19 जून 2009 तक कुल निर्यात 1,36,163 टन (अक्टूबर 08 से जून 09 के बीच) रहा, वहीं पिछले साल की समान अवधि में निर्यात 1,69,966 टन था।
कॉफी एक्सपोर्ट एसोसिएशन आफ इंडिया के अध्यक्ष रमेश राजा ने कहा, 'कॉफी निर्यातक अभी भी वैश्विक आर्थिक मंदी का सामना कर रहे हैं। आने वाले 2-3 महीनों के दौरान कमोवेश निर्यात स्थिर रहेगा और सितंबर के अंत तक हम 1,80,000-1,90,000 टन कॉफी का निर्यात कर पाएंगे। निर्यात 10 साल के न्यूनतम स्तर पर पहुंच जाएगा। (BS Hindi)
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें