लखनऊ June 29, 2009
सरकारी गोदाम भर चुके हैं और गेहूं खाली मैदानों मे रखा जा रहा है पर उत्तर प्रदेश सरकार ने ऐलान कर दिया है कि सूबे के किसान जब तक चाहेंगे खरीद जारी रहेगी।
उत्तर प्रदेश में इस साल अब तक राज्य सरकार की अलग-अलग एजेंसियों ने 32 लाख टन गेहूं की खरीद की है। इस साल राज्य सरकार ने 30 लाख टन गेहूं की खरीद का लक्ष्य रखा था।
सरकार ने 30 जून तक गेहूं की खरीद के लिए घोषणा की थी। हालांकि राज्य सरकार का लक्ष्य पूरा कर लिया गया है पर खाद्य और रसद विभाग को कर कहा गया है कि खरीद अभी जारी रहेगी। गौरतलब है कि इस साल उत्तर प्रदेश में गेहूं की बंपर पैदावार हुई है जिसके चलते सरकार को खरीद के लक्ष्य को बढ़ाना पड़ा है।
पहले सरकार ने राज्य की एजेंसियों खाद्य एवं आवश्यक वस्तु निगम, यूपी एग्रो, पीसीएफ और खाद्य विभाग को कुल 20 लाख टन गेहूं की खरीद का लक्ष्य दिया था जिसे बाद में बढ़ाकर 30 लाख टन कर दिया गया।
अधिकारियों के मुताबिक जिस गति से खरीद की जा रही है उसके चलते 30 जून तक 34 लाख टन गेहूं की खरीद हो जाएगी। राज्य सरकार ने यह भी साफ कर दिया है कि 30 जून बीत जाने के बाद भी खरीद केंद्र खुले रहेंगे और अगर कोई किसान उसके बाद भी अपनी उपज लेकर आता है तो खरीद की जाएगीखाद्य विभाग के सामने अब सबसे बड़ी परेशानी गेहूं के भंडारण को लेकर है।
राज्य सरकार के गोदामों में केवल 25 लाख टन अनाज रखने की व्यवस्था है। सरकारी गोदाम पहले से चावल से भरे हैं ऐसे में इन गोदामों में केवल 21 लाख टन गेहूं रखा जा सकता है। बंपर खरीद के बाद अब अधिकारी गेहूं को खुले आसमान के नीचे रखने को मजबूर हैं। इस समय सरकारी खरीद का 10 लाख टन से ज्यादा गेहूं खुले आसमान के नीचे है। मानसून के आने के बाद इस गेहूं को सड़ने से बचाने की एक बड़ी चुनौती होगी। (BS Hindi)
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