कोच्चि June 22, 2009
इस साल अप्रैल में टायर के निर्यात में 26 फीसदी तक की कमी आई और यह पिछले साल अप्रैल के 471,313 यूनिट के मुकाबले 350,280 यूनिट हो गया।
हाल के ताजा एटीएमए अनुमानों के मुताबिक निर्यात के मोर्चे पर जीप के टायर को छोड़कर सभी श्रेणियों के टायर का प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा। सबसे खराब स्थिति औद्योगिक टायरों की रही जहां गिरावट 96 फीसदी रही। अप्रैल में ऐसे केवल 70 टायरों का निर्यात किया गया जबकि पिछले साल समान महीने में 1709 टायरों का निर्यात किया गया था।
ट्रैक्टर के सेगमेंट में 91 फीसदी तक की कमी आई और इसकी संख्या 164 रही। ट्रक और बस के टायरों के निर्यात में 18 फीसदी तक की गिरावट आई और 152,783 यूनिट के मुकाबले 124,623 यूनिट का निर्यात किया गया।
कार सेगमेंट के टायर निर्यात में भी 33 फीसदी तक की गिरावट आई है और यह 74,312 यूनिट के मुकाबले 50,049 यूनिट है। इस बीच अप्रैल में कुल टायर निमार्ण में 9 फीसदी तक की बढ़ोतरी हुई है और यह पिछले साल अप्रैल के 66,73,255 यूनिट के मुकाबले 72,60,404 यूनिट हो गई।
ट्रक बस और जीप के सेगमेंट में 6 फीसदी तक की वृद्धि हुई वहीं पैसेंजर कार के सेगमेंट में 7 फीसदी तक की बढ़ोतरी हुई। एटीएमए के आंकड़ों के मुताबिक मोटर साईकिल और स्कूटर के सेगमेंट में क्रमश: 13 और 14 फीसदी तक की वृद्धि हुई।
खस्ता हाल
औद्योगिक टायरों की स्थिति रही सबसे खराबजीप के टायर को छोड़, सभी श्रेणी के टायरों का रहा बुरा हालट्रैक्टर सेग्मेंट में 91 प्रतिशत की कमी (BS Hindi)
23 जून 2009
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें