नई दिल्ली: सरकार ने गुरुवार को वर्ष 2009-10 के लिए गन्ने का वैधानिक न्यूनतम मूल्य इस साल की तुलना में 32 फीसदी से ज्यादा बढ़ाकर 107.76 रुपए प्रति क्विंटल करने की घोषणा की। देश में चीनी उत्पादन में इस वर्ष गिरावट की आशंका को देखते हुए किसानों को गन्ने की खेती के लिए प्रोत्साहित करने के लिए सरकार ने आगामी सीजन में गन्ने के वैधानिक न्यूनतम मूल्य में पिछले साल के मुकाबले 32 फीसदी की बढ़ोतरी की है। एसएमपी वह न्यूनतम मूल्य है जो चीनी मिलों को गन्ना खरीदने करने के लिए किसानों को भुगतान करना पड़ता है। चीनी सत्र अक्टूबर से लेकर सितंबर तक का होता है। वर्ष 2008-09 में एसएमपी 81.18 रुपए प्रति क्विंटल था। प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की अध्यक्षता में आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति की बैठक के बाद गृहमंत्री पी चिदंबरम ने बताया कि अक्टूबर-सितंबर 2009-10 सीजन के लिए गन्ने के वैधानिक न्यूनतम मूल्य को 32 फीसदी से ज्यादा बढ़ाकर 107.76 रुपए प्रति क्विंटल करने के प्रस्ताव को मंजूरी दी गई है।
सीसीईए द्वारा स्वीकृति प्राप्त एसएमपी वही है जिसका सुझाव खाद्य मंत्रालय ने दिया था और उसे प्रधानमंत्री की आर्थिक सलाहकार परिषद का समर्थन प्राप्त था। चिंदबरम ने बताया, 'इस गारंटी मूल्य के अलावा किसानों को 9.5 प्रतिशत से अधिक की अतिरिक्त रिकवरी होने पर प्रीमियम भी प्राप्त होगा। हर 0.1 फीसदी बढ़ोतरी पर 1.13 रुपए का प्रीमियम प्राप्त होगा।' रिकवरी रेट गन्ने से बनने वाली चीनी की मात्रा को बताता है। एसएमपी बढ़ाने का स्वागत करते हुए इंडियन मिल्स एसोसिएशन के डायरेक्टर जनरल एस एल जैन ने कहा कि यह सकारात्मक कदम है और इससे किसानों को मदद मिलेगी। (ET Hindi)
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