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17 जून 2009

थाईलैंड में चावल निर्यात गिरने का अनुमान

थाईलैंड में चावल का स्टॉक बढ़ाने के सरकार के फैसले से निर्यातकों की चिंता बढ़ गई है। सरकार ने इस साल 31 जुलाई तक करीब 60 लाख टन चावल का स्टॉक बनाने का लक्ष्य तय किया है। ऐसे में यहां से निर्यात में गिरावट देखी जा सकती है। आमतौर पर थाईलैंड सरकार 50-55 लाख टन चावल का स्टॉक बनाती रही है। लेकिन इस साल वहां करीब 60 लाख टन स्टॉक लक्ष्य रखा गया है। सरकारी स्टॉक का चावल घरलू उपयोग के लिए होता है। कारोबारियों के मुताबिक पहले से ही इस साल चावल के निर्यात में 29 फीसदी की गिरावट आई है। सरकार द्वारा ज्यादा खरीद करने से निर्यात में और गिरावट आ सकती है। निर्यात के लिए चावल की उपलब्धता में कमी से पड़ोसी देश वियतनाम को वैश्विक बाजार में प्रतिस्पर्धी फायदा हो सकता है। मौजूदा समय में सरकार द्वारा कितने चावल की खरीद हुई है। इसके बार में 31 जुलाई से पहले किसी भी तरह का आंकड़ा देने से थाईलैंड के कृषि मंत्रालय ने इनकार किया है। हालांकि कृषि व सहकारिता मंत्रालय के सूत्रों के मुताबिक सरकार को 31 जुलाई तक तय मात्रा में चावल खरीद हो जाने का भरोसा है। सरकार के इस फैसले से निर्यात में 80त्न की कमी आ सकती है। इससे पहले यहां से 77 लाख टन चावल निर्यात होने की संभावना जताई गई थी। बैंकाक की राइसलैंड इंटरनेशनल कंपनी के अध्यक्ष विचाइ श्रीप्रासर्ट के मुताबिक ऐसे में ज्यादातर चावल सरकार के हिस्से में गोदामों में चला जाएगा और निजी कंपनियों के पास महज कुछ ही हिस्सा निर्यात के लिए बचेगा। इस साल मार्च में सरकार ने 40 लाख टन चावल का स्टाक बनाने का संकेत दिया था। उसके बाद से इसमें 20 लाख टन का इजाफा हुआ है। मौजूदा समय में वैश्विक बाजार में वियतनाम के मुकाबले थाई चावल का भाव सौ डॉलर प्रति टन ज्यादा है। ऐसे में थाई चावल का निर्यात लगातार गिरता जा रहा है।वियतनाम खरीदेगा 20 लाख टन चावलहनोई। वियतनाम के प्रधानमंत्री जुएन तांग ने सरकारी कंपनियों को 20 लाख टन चावल खरीदने का निर्देश दिया है। किसानों को मदद पहुंचाने के लिए खरीदे जाने वाले इस चावल को निर्यात किया जाएगा। इस साल मेकोन डेल्टा इलाके में करीब 98 लाख टन चावल का उत्पादन हुआ है। उत्पादन बढ़ने से इलाके में चावल की कीमतों में गिरावट की संभावना जताई जा रही है। सूत्रों के मुताबिक किसानों से 20 लाख टन चावल की खरीद के लिए सरकारी कंपनियों का चयन किया जा चुका है। इस साल की पहली छमाही के दौरान यहां से करीब 36 लाख टन चावल का निर्यात होने की संभावना है। वहीं दूसरी छमाही में करीब 18 लाख टन चावल का निर्यात हो सकता है। (एजेंसी) (Buisness Bhaskar)

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