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10 जून 2009

तमिलनाडु सरकार की खरीद से अरहर व उड़द के भाव में तेजी

तमिलनाडु सरकार ने 12 हजार टन लेमन अरहर और तीन हजार टन उड़द खरीदने के लिए निविदा आमंत्रित की है। जिससे घरेलू बाजार में अरहर के भावों में 175- 200 रुपये और उड़द के भावों में 100 रुपये प्रति क्विंटल की तेजी दर्ज की गई। आयातित लेमन अरहर के भावों में इस दौरान 30-40 डॉलर प्रति टन और उड़द के भावों में 15-20 डॉलर प्रति टन की तेजी देखी गई। जानकारों का मानना है कि ऊंचे भावों में दालों में घरेलू मांग काफी कमजोर है इसलिए सरकारी खरीद पूरी होने के बाद भावों में आंशिक गिरावट आ सकती है। बंदेवार दाल एंड बेसन मिल के डायरेक्टर सुनील बंदेवार ने बिजनेस भास्कर को बताया कि तमिलनाडु सरकार ने 12 हजार टन लेमन अरहर और तीन हजार टन उड़द खरीदने के लिए निविदा मांगी है। निविदा भरने की अंतिम तिथि दस जून है। इसलिए स्टॉकिस्टों की बिकवाली कम आने से पिछले तीन-चार दिनों में उत्पादक मंडियों में अरहर के भावों में 175-200 रुपये प्रति क्विंटल की तेजी आई है। मंडियों में अरहर के भाव बढ़कर 4050-4100 रुपये और लेमन अरहर के भाव बढ़कर 3950-4000 रुपये प्रति क्विंटल हो गए। देशी उड़द के भाव बढ़कर 3200 रुपये और आयातित के भाव 2850 रुपये प्रति क्विंटल हो गए। उत्पादक मंडियों में अरहर और उड़द की आवक समाप्त हो चुकी है तथा अब वेयरहाउस से आवक होने के कारण स्टॉकिस्टों की बिकवाली भी कम आ रही है। दलहन व्यापारी विजेंद्र गोयल ने बताया कि घरेलू मंडियों में अरहर की नई फसल की आवक नवंबर-दिसंबर महीने में शुरू होगी। अत: नई फसल आने में अभी करीब छह महीने का समय शेष है। नई फसल आने में अभी काफी समय शेष है लेकिन ऊंचे भावों में दालों में घरेलू मांग काफी कमजोर है। ऐसे में सरकारी खरीद पूरी होने के बाद अरहर और उड़द के मौजूदा भावों में 150-200 रुपये प्रति क्विंटल की गिरावट आने की संभावना है। चालू महीने के आखिर में उत्पादक राज्यों में बुवाई का कार्य शुरू हो जाएगा। हालांकि बुवाई मानसून पर निर्भर करेगी। अगर मानसून अच्छा रहा तो ऊंचे भावों को देखते हुए बुवाई क्षेत्रफल में बढ़ोतरी हो सकती है। दलहन आयातक संतोष उपाध्याय ने बताया कि म्यांमार के निर्यातकों ने लेमन अरहर के भाव बढ़ाकर 830-840 डॉलर और उड़द के भाव बढ़ाकर 600 डॉलर प्रति टन कर दिए हैं लेकिन इन भावों में सौदे नहीं हो रहे हैं।सरकारी कंपनियों एसटीसी, एमएमटीसी, पीईसी और नैफेड ने वित्त वर्ष 2008-09 के दौरान 95,140 टन लेमन अरहर और 1.25 लाख टन उड़द का आयात किया है। केंद्र सरकार द्वारा जारी तीसरे अग्रिम उत्पादन अनुमान के मुताबिक वर्ष 2008-09 के दौरान देश में अरहर की पैदावार घटकर 23 लाख टन ही होने की अनुमान है। जबकि पिछले वर्ष देश में इसकी पैदावार 30 लाख टन की हुई थी। इसी तरह से उड़द की पैदावार 14 लाख टन से घटकर 9.4 लाख टन होने का अनुमान है। (Business Bhaskar....R S Rana)

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