अहमदाबाद June 15, 2009
देश के प्रमुख कमोडिटी एक्सचेंजों में से एक, नेशनल मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज आफ इंडिया (एनएमसीई) ने कमोडिटी स्पॉट एक्सचेंज लांच करने के लिए कृषि उत्पाद विपणन समितियों (एएमपीसी) से बातचीत शुरू की है, जिससे उनका समर्थन मिल सके।
प्रस्तावित एक्सचेंज नेशनल एपीएमसी के नाम से जाना जाएगा। एनएमसीई के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अनिल मिश्र ने कहा कि हम गुजरात बाजार नियंत्रित संघ के साथ मिलकर काम कर रहे हैं, जो राज्य में एएमपीसी का शीर्ष निकाय है। यह बातचीत स्पॉट एक्सचेंज शुरू किए जाने के सिलसिले में हो रही है।
हाल ही में हमने एएमपीसीज के तमाम प्रतिनिधियों के साथ बैठक की है, जिससे इस परियोजना में उनका समर्थन हासिल हो सके। एमएनसीई की कोशिश है कि सभी एएमपीसी मिलक कमोडिटी एक्सचेंज में सहयोग दें। उन्होंने कहा कि हम उनके इलाकाई अनुभव का लाभ लेना चाहते हैं। अगर जरूरी हुआ तो एमएनसीई उनके इन्फ्रास्ट्रक्चर का भी इस्तेमाल कर सकती है।
गुजरात में करीब 194 एपीएमसी काम कर रहे हैं। इनमें से बहुतों को निजी कारोबारियों से प्रतिस्पर्धा करने के लिए आधारभूत ढांचे में विकास हेतु सरकारी मदद भी मिल रही है। गुजरात के कृषि सचिव से एपीएमसी के साथ मिलकर स्पॉट एक्सचेंज स्थापित करने के प्रस्ताव को अनुमति मिल चुकी है और राज्य के कृषि मंत्री से अभी अनुमति लंबित है।
एनएमसीई की योजना है कि अगले 2 माह में स्पॉट एक्सचेंज शुरू कर दिया जाए। मिश्र ने कहा कि शुरुआती योजना यह है कि गुजरात के प्रमुख जिंस जैसे इसबगोल, ग्वारगम आदि का कारोबार शुरू किया जाए।
गुजरात के बाद एनएमसीई की योजना है कि इसे देश के अन्य इलाकों में इसी तरह की योजना शुरू की जाए। इसी तरह के स्पॉट एक्सचेंज की राजस्थान में स्थापना को सैध्दांतिक मंजूरी मिल गई है, जो गुजरात में कारोबार के बाद शुरू होगी। बहरहाल एनएमसीई ने इस परियोजना में निवेश के बारे में कोई रूपरेखा तैयार नहीं की है। (BS Hindi)
17 जून 2009
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