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09 जून 2009

... अप्रैल माह में विद्युत क्षेत्र में 6 प्रतिशत की दर से बढ़ोतरी

नई दिल्ली June 08, 2009
औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (आईआईपी) के आंकड़ों के मुताबिक बिजली की बढ़ती मांग और ईंधन की उपलब्धता की वजह से इस साल अप्रैल माह में विद्युत क्षेत्र में 6 प्रतिशत की वृध्दि दर्ज गई गई।
पिछले साल की समान अवधि में यह वृध्दि दर 1.4 प्रतिशत थी। सूचकांक में इस क्षेत्र का भारांक 10 प्रतिशत है, जिसमें इस महीने में 4.3 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। यह जनवरी 2008 के बाद की सबसे बड़ी बढ़त है।
चालू वित्त वर्ष के पहले महीने- अप्रैल में मांग में पिछले साल के समान महीने की तुलना में 4,000 मेगावॉट की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। एक विश्लेषक का कहना है कि निश्चित रूप से इससे देश की अर्थव्यवस्था में सुधार के संकेत मिलते हैं, ऐसा वित्त वर्ष की अंतिम तिमाही में ही संभव हो सका।
केंद्रीय विद्युत प्राधिकार (सीईए) के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि ताप बिजली उत्पादन में विकास दर बेहतरीन रही और अप्रैल महीने में 8.5 प्रतिशत विकास दर्ज किया गया। इसकी प्रमुख वजह विद्युत स्टेशनों पर आयातित कोयले की बेहतरीन आपूर्ति रही। विद्युत क्षेत्र के विकास में यह बहुत ही अहम रहा।
कोयला आधारित बिजली संयंत्रों में अप्रैल महीने में उत्पादन में पिछले साल के अप्रैल महीने की तुलना में 10 प्रतिशत की बढ़त दर्ज की गई, जो इस दौरान 43,000 मिलियन यूनिट (एमयू) रहा। कोयला क्षेत्र में अप्रैल महीने के दौरा 13 प्रतिशत की बढ़त दर्ज की गई, जिसका भारांक आईआईपी में 3.2 प्रतिशत है। (BS Hindi)

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