16 मई 2009
गेहूं के वायदा कारोबार पर लगी रोक हटी
देश में गेहूं के वायदा कारोबार पर लगी रोक हटा ली गई है। पिछले साल की तरह इस वर्ष भी गेहूं की रिकार्ड खरीद होने के बाद सरकार ने यह कदम उठाया है। वायदा बाजार आयोग (एफएमसी) के सदस्य राजीव अग्रवाल ने बताया कि गेहूं के वायदा कारोबार पर से रोक हटा ली गई है। गेहूं के वायदा कारोबार पर अब किसी तरह का प्रतिबंध नहीं रह गया है। उन्होंने कहा कि इस साल गेहूं की रिकॉर्ड खरीद के कारण सरकार ने यह कदम उठाया है। सरकार ने गेहूं के वायदा कारोबार को उस समय निलंबित कर दिया था जब सरकारी खरीद कम होने से मूल्य बढ़ने लगे थे। लेकिन पिछले साल भी सरकारी गेहूं खरीद अच्छी रही थी। इस साल भी गेहूं की खरीद पिछले साल से ज्यादा है। पर्याप्त स्टॉक होने के कारण सरकार को मूल्य वृद्धि की फिलहाल कोई चिंता नहीं है। कमोडिटी एक्सचेंज एनएमसीई के सीईओ अनिल मिश्रा ने बताया कि सरकार को गेहूं के वायदा कारोबार पर रोक हटाने का फैसला बहुत पहले ले लेना चाहिए था। सरकार के पास गेहूं का भरपूर स्टॉक मौजूद है, इसलिए गेहूं के वायदा कारोबार पर लगी रोक हटा लेने से किसानों को अधिक फायदा होगा। उत्तर प्रदेश की मंडियों में गेहूं न्यूनतम समर्थन मूल्य से नीचे बिक रहा है। उन्होंने बताया कि एक्सचेंज को एफएमसी से वायदा शुरू करने की इजाजत लेनी पड़ेगी, इसलिए आगामी आठ-दस दिनों में इसमें कारोबार शुरू हो जाएगा। एनसीडीईएक्स के मुख्य अर्थशास्त्री मदन सबनवीस ने बताया, त्नहमारे कमोडिटी एक्सचेंज में गेहूं वायदा का बड़ा कारोबार होता था। हमारे लिए यह बहुत अच्छी खबर है। हम जल्द से जल्द एफएमसी से इसके वायदा को दोबारा शुरू करने की इजाजत लेकर इसका वायदा कारोबार शुरू करेंगे।त्न कमोडिटी एक्सचेंज एमसीएक्स के सीईओ और मैनेजिंग डायरेक्टर जोसफ मैसी ने कहा कि यह एक सकारात्मक दिशा में उठाया गया कदम है। इससे किसान और व्यापारी दोनों को फायदा होगा। (Buinsess Bhaskar)
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