01 मई 2009
अक्षय तृतीया पर सोने की बिक्री गिरी लेकिन अनुमानों में अंतर
आर्थिक सुस्ती और अत्यधिक ऊंचे मूल्य इस साल अक्षय तृतीया के खास अवसर पर भारी पड़ा। इस साल अक्षय तृतीया वाले दिन पिछले साल के इसी दिन के मुकाबले सोने की बिक्री में गिरावट दर्ज की गई। हालांकि गिरावट को लेकर वल्र्ड गोल्ड काउंसिल (डब्ल्यूजीसी) और कारोबारी जगत के अनुमान में अंतर है। वल्र्ड गोल्ड काउंसिल के मुताबिक इस साल अक्षय तृतीया के मौके पर करीब 45 टन सोने की बिक्री हुई जो पिछले साल के मुकाबले करीब आठ फीसदी कम है। पिछले साल इस मौके पर 48.9 टन सोने की बिक्री हुई थी। इस साल काउंसिल ने 55 टन सोना बिकने का अनुमान लगाया था। हालांकि कीमत के मामले में सोने की बिक्री में करीब 14 फीसदी का इजाफा हुआ है। सोने के दाम तेज होने से इस साल अक्षय तृतीया के मौके पर करीब 72.80 अरब रुपये का सोना बिका है। इस साल अक्षय तृतीया पर सोने का भाव करीब 14,700 रुपये प्रति दस ग्राम था, जबकि पिछले साल इसका भाव 11,800 रुपये प्रति दस ग्राम था। उधर कारोबारियों ने इस साल अक्षय तृतीया के मौके पर सोने की बिक्री में करीब 20 से 50 फीसदी तक की गिरावट का अनुमान जताया है। बांबे बुलियन मर्चेट एसोसिएशन के अध्यक्ष सुरेश हुंडिया के मुताबिक इस मौके पर सोने की बिक्री में करीब 45-50 फीसदी की भारी गिरावट आई है। उन्होंने बताया कि कीमतों में अनिश्चित रुझान की वजह से करीब 22-26 टन ही सोना बिक पाया है। अखिल भारतीय सराफा संध के अध्यक्ष शील चंद जैन ने भी माना कि इस मौके पर पिछले साल के मुकाबले सोने की बिक्री में गिरावट आई है। अक्षय तृतीया के मौके पर दक्षिण भारत में सोने की सबसे ज्यादा बिक्री होती है। लेकिन इस साल इस मौके पर वहां भी मांग में कमी आई है। कारोबारियों के मुताबिक चेन्नई और बंगलुरू में सोने की बिक्री में करीब 20-30 फीसदी की गिरावट आई है। जानकारों का मानना है कि मुख्य रूप से सोने की कीमतों में तेजी और भारी उतार-चढ़ाव से खरीददारों का रुझान कम रहा है। (Business Bhaskar)
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