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07 मई 2009

विदेश में ऑयलमील के भाव ऊंचे लेकिन निर्यात 64फीसदी गिरा

अंतरराष्ट्रीय मांग कम होने से चालू वित्त वर्ष के अप्रैल महीने में भारत से खली निर्यात में 64 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई। इस साल अप्रैल में देश से मात्र 2.31 लाख टन खली का निर्यात हुआ जबकि पिछले साल की समान अवधि में 6.46 लाख टन निर्यात रहा था। हालांकि सभी तिलहनों की खली के भाव ऊंचे रहे।साल्वेंट एक्सट्रेक्टर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया के मुताबिक यूरोप और अमेरिका में मीट और पोल्ट्री उत्पादों की मांग में कमी आने से खली निर्यात में गिरावट आई है। चालू वर्ष के पहले चार महीनों जनवरी से अप्रैल तक खली के निर्यात में करीब 49 फीसदी की कमी आई। इस दौरान कुल निर्यात 15.83 लाख टन रहा। जबकि पिछले साल की समान अवधि में इनका निर्यात 31.02 लाख टन रहा था। जनवरी से अप्रैल तक सोयाखली का 12.21 लाख टन, सरसों खली का 2.40 लाख टन, मूंगफली खली का 22 हजार टन, राईसब्रान खली का 35 हजार तथा केस्टर खली का 64 हजार टन का निर्यात हुआ है।हालांकि पिछले चार महीनों में भारत से खली के निर्यात में तो कमी आई है लेकिन दक्षिण अमेरिका और अन्य प्रमुख उत्पादक देशों में सोयाबीन के स्टॉक में कमी से अंतरराष्ट्रीय बाजार में खली के भावों में इस दौरान भारी तेजी देखने को मिली है। सोयाखली के भाव जनवरी में 368 डॉलर प्रति टन थे जबकि चार मई को इसके दाम बढ़कर 475 डॉलर प्रति टन हो गए। इसी तरह से सरसों खली के भाव 178 डॉलर से बढ़कर 250 डॉलर प्रति टन और मूंगफली खली के भाव 262 डॉलर से बढ़कर 350 डॉलर प्रति टन हो गए।सोयाबीन प्रोसेसर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (सोपा) के प्रवक्ता राजेश अग्रवाल ने बताया कि अप्रैल महीने में देश से सोयामील के निर्यात में 84.75 फीसदी की भारी गिरावट आई है। अप्रैल में सोयामील का मात्र 83,894 टन का ही निर्यात हुआ है जबकि पिछले साल की समान अवधि में 550,180 टन का निर्यात हुआ था। उन्होंने बताया कि ऊंचे भाव में अंतरराष्ट्रीय मांग कमजोर पड़ गई है। जिससे आगामी दिनों में सोयामील के मौजूदा भावों में हल्की गिरावट आ सकती है। हालांकि सोयाबीन की तेजी-मंदी आगामी दिनों में अमेरिका और भारत में मानसून कैसा रहता है, इस पर काफी हद तक निर्भर करेगी। सोपा के अनुसार चालू तेल वर्ष 2008-09 (अक्टूबर-सितंबर) के पहले सात माह में अप्रैल तक सोयामील का निर्यात घटकर 26.65 लाख टन का हुआ है जबकि पिछले साल की समान अवधि में इसका निर्यात 37.74 लाख टन का हुआ था। चालू महीने में भी देश से सोयामील के निर्यात में कमी रहने की आशंका बनी हुई है। (Business Bhaskar.....R S Rana)

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