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02 अक्तूबर 2008

हटाया जा सकता है मक्का के निर्यात पर लगा प्रतिबंध

मक्का के निर्यात पर लगी रोक हटाई जा सकती है। केंद्र सरकार ने तीन जुलाई को घरेलू बाजार में सप्लाई सुगम करने के लिए मक्का के निर्यात पर 15 अक्टूबर तक रोक लगा दी थी। अब उत्पादक राज्यों में नई फसल की आवक शुरू हो चुकी है तथा उत्पादक मंडियों में मक्का के भाव न्यूनतम समर्थन मूल्य 840 रुपये से नीचे चले गए हैं। इसलिए किसानों के हित में केंद्र सरकार मक्का के निर्यात पर लगी रोक को हटा सकती है।एक सरकारी अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि सरकार संभवत: मक्का निर्यात पर लगा प्रतिबंध आगे नहीं बढ़ाएगी। अगर प्रतिबंध आगे बढ़ाना होता हो इसकी प्रक्रिया के तहत प्रस्ताव कर दिया गया होता। लेकिन अब तक इस तरह का कोई प्रस्ताव आगे नहीं बढ़ाया गया है। इस तरह निर्यात पर रोक 15 अक्टूबर को स्वत: ही समाप्त हो जाएगी। चालू वर्ष के जून महीने में निर्यातकों की भारी मांग के साथ ही पोल्ट्री व स्टार्च मिलों की मांग से उत्पादक मंडियों में मक्का के भाव 950 से 1000 रुपये प्रति क्विंटल हो गए थे। भावों में आई भारी बढ़ोतरी से पोल्ट्री उद्योग तथा स्टॉर्च मिलों ने केंद्र सरकार से मक्का के निर्यात पर पाबंदी लगाने की मांग की थी। इसके बाद रोक लगाई गई थी। चालू वर्ष में मक्का का करीब 30 लाख टन का निर्यात हो चुका है।केंद्र सरकार द्वारा हाल ही में जारी आरंभिक अनुमान में देश में खरीफ सीजन में मक्का का उत्पादन 130 लाख टन होने की उम्मीद जताई है। गत वर्ष मक्का का उत्पादन 151 लाख टन का हुआ था। खरीफ सीजन में मक्का के प्रमुख उत्पादक राज्यों उत्तर प्रदेश, आंध्रप्रदेश व कर्नाटक तथा महाराष्ट्र में नई फसल की आवक शुरू हो चुकी है। उत्तर प्रदेश की मंडियों में मक्का की दैनिक आवक 18 से 20 हजार बोरियों की हो रही है। आवक तो बढ़ी है लेकिन मांग काफी कमजोर होने से राज्य की मंडियों में मक्का के भाव लूज में घटकर 675 से 685 रुपये प्रति क्विंटल रह गए हैं। उधर आंध्रप्रदेश की मंडियों में बुधवार को मक्का की आवक बढ़कर 30 से 32 हजार बोरियों की हो गई तथा पोल्ट्री व स्टार्च मिलों के साथ ही स्टॉकिस्टों मांग कमजोर होने से भाव घटकर 835 से 840 रुपये प्रति क्विंटल रह गए। कर्नाटक की उत्पादक मंडियों में भी नई फसल की आवक बढ़कर 10 से 12 हजार बोरियों की हो रही है जबकि यहां इसके भाव 815 से 820 रुपये प्रति क्विंटल चल रहे हैं।महाराष्ट्र की मंडियों में भी बुधवार तक नई मक्का की आवक बढ़कर चार से पांच हजार बोरियों की हो गई। राज्य की मंडियों में नए माल में नमी की मात्रा 18 से 20 फीसदी होने से स्टॉकिस्ट अभी खरीद नहीं कर रहे हैं। अत: मंडियों में मक्का के भाव 730 से 750 रुपये प्रति क्विंटल चल रहे हैं। दिल्ली बाजार में मक्का की दैनिक आवक उत्तर प्रदेश की मंडियों से 25 से 28 मोटरों की हो रही है। हरियाणा व पंजाब के पोल्ट्री फीड निर्माताओं की मांग कमजोर होने से बुधवार को यहां मक्का के भाव घटकर 790 से 800 रुपये प्रति क्विंटल रह गए। (Business Bhaskar.............R S Rana)

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