30 अक्तूबर 2008
आवक बढ़ने से गुड़ के भाव में गिरावट
उत्तर प्रदेश की प्रमुख उत्पादक मंडियों में गुड़ की आवक बढ़ने और खपत केंद्रों की मांग घटने से गुड़ के भावों में पिछले तीन-चार दिनों में 200 से 250 रुपये प्रति क्विंटल की गिरावट देखी गई। जानकारों के अनुसार हरियाणा, पंजाब, राजस्थान व गुजरात की कमजोर मांग से इसके भावों में और भी 100 से 150 रुपये प्रति क्विंटल की गिरावट तो आ सकती है लेकिन नवंबर के मध्य तक चीनी मिलें चालू हो जाएंगी इसलिए ज्यादा मंदी के आसार नहीं हैं। मुजफ्फरनगर मंडी के गुड़ व्यापारी हरी शंकर मुंदड़ा ने बिजनेस भास्कर को बताया कि चालू सप्ताह के शुरू में मंडी में गुड़ की आवक बढ़कर 15000 हजार कट्टा (एक कट्टा 40 किलो) की हो गई जबकि खपत केंद्र की मांग में कमी आने से गुड़ चाकू के भावों में 100 रुपये की गिरावट आकर भाव 650 से 660 रुपये प्रति कट्टा व खुरपा पाड़ गुड़ के भावों में 70 रुपये की गिरावट आकर भाव 580 से 615 रुपये प्रति कट्टा रह गए। उन्होंने बताया कि मुजफ्फरनगर मंडी में पुराने गुड़ का स्टॉक मात्र 11 हजार कट्टे का ही बचा हुआ है जबकि बीते वर्ष की समान अवधि में मंडी में पुराना स्टॉक करीब 1.31 लाख कट्टे का बचा था। अत: एक तो पुराने स्टॉक में कमी व दूसरा गन्ने के बुवाई क्षेत्रफल में कमी को देखते हुए गुड़ के मौजूदा भावों में 25 से 50 रुपये प्रति मन का मंदा तो आ सकता है लेकिन इससे ज्यादा गिरावट के आसार नहीं है। उन्होंने बताया कि नवंबर के मध्य तक चीनी मिलें चालू हो जाएंगी। ऐसे में गन्ने के भाव बढ़ने की संभावना भी है। चालू वर्ष 2008-09 में देश में गन्ने की बुवाई 44.15 लाख हैक्टेयर में ही हुई है जबकि बीते वर्ष की समान अवधि में देश में गन्ने की बुवाई 52.95 लाख हैक्टेयर में हुई थी। उत्तर प्रदेश जो कि गन्ना उत्पादन में देश का अग्रणी राज्य है,में चालू वर्ष में गन्ने की बुवाई मात्र 18.80 लाख हैक्टेयर में ही हुई है जा ेकि गत वर्ष के मुकाबले करीब 3 लाख हैक्टेयर कम है।खारी बावली स्थित मैसर्स देशराज राजेंद्र कुमार के देशराज ने बताया कि दीपावली की मांग पूरी हो चुकी है जबकि उत्पादक मंडियों में गुड़ की दैनिक आवक में बढ़ोतरी हो रही है। उन्होंने बताया कि पिछले तीन-चार दिनों में मांग में कमी आने से दिल्ली बाजार में गुड़ चाकू के भाव में 250 रुपये प्रति क्विंटल की गिरावट आकर भाव 1750 से 1800 रुपये प्रति क्विंटल रह गए। गुड़ लड्डूके भावों में भी इस दौरान 200 रुपये प्रति क्विंटल की गिरावट आकर भाव 1750 से 1800 रुपये प्रति क्विंटल बोले गए। (Business Bhaskar.............R S Rana)
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