31 अक्तूबर 2008
कमजोर स्टॉक के बावजूद तुअर में मंदा
तुअर के हाजिर स्टॉक में कमी के बावजूद कमजोर मांग से पिछले एक सप्ताह में इसके भाव में करीब 200 से 250 रुपये प्रति क्विंटल की गिरावट आ चुकी है। जानकारों के अनुसार चने में स्टॉकिस्टों की भारी बिकवाली से तुअर की गिरावट को बल मिल रहा है। नई फसल की आवक उत्पादक मंडियों में 15 दिसंबर के बाद ही बनेगी तथा चालू सीजन में तुअर के उत्पादन में गत वर्ष के मुकाबले कमी आने के आसार हैं। अत: नई फसल की आवक तक इसके भाव में 50 से 100 रुपये प्रति क्विंटल की सीमित घटबढ़ ही रहने के आसार हैं।महाराष्ट्र की जलगांव मंडी के दालों के व्यापारी संतोष उपाध्याय ने बिजनेस भास्कर को बताया कि तुअर का स्टॉक उत्पादक मंडियों में काफी कम बचा हुआ है तथा नई फसल की आवक बनने में अभी करीब डेढ़ माह का समय शेष है। दूसरी तरफ रुपये के मुकाबले डॉलर भी तेज चल रहा है लेकिन उत्पादक मंडियों में चने का बंपर स्टॉक होने से स्टॉकिस्टों द्वारा बिकवाली बढ़ा देने से तुअर की गिरावट को बल मिला है। उन्होंने बताया कि महाराष्ट्र की मंडियों में पिछले एक सप्ताह में तुअर के भावों में 200 से 250 रुपये प्रति क्विंटल की गिरावट आकर भाव 3100 से 3150 रुपये प्रति क्विंटल रह गये तथा आयातित बर्मा लेमन तुअर के भाव घटकर मुंबई पहुंच 2950 से 3000 रुपये प्रति क्विंटल रह गये।तुअर की बुवाई देश में चालू खरीफ सीजन में 34.57 लाख हैक्टेयर में ही हो पाई है जोकि गत वर्ष के मुकाबले 3.97 लाख हैक्टेयर कम है। बीते वर्ष की समान अवधि में देश में तुअर की बुवाई 38.54 लाख हैक्टेयर में हुई थी। केंद्र सरकार द्वारा जारी आरंभिक अनुमान में देश में चालू खरीफ सीजन में तुअर का उत्पादन घटकर 23 लाख टन रह सकता है जबकि गत वर्ष इसका उत्पादन 30 लाख टन हुआ था। तुअर के प्रमुख उत्पादक राज्य कर्नाटक की मंडियों में 15 दिसंबर के बाद नई फसल की आवक शुरूहो जाएगी। महाराष्ट्र की मंडियों में नई फसल की आवक जनवरी के प्रथम पखवाड़े में ही बन पाएगी। बीते वर्ष कर्नाटक व महाराष्ट्र में तुअर का उत्पादन क्रमश: 7 व 6 लाख टन का हुआ था। अन्य प्रमुख उत्पादक राज्य उत्तर प्रदेश, आंध्रप्रदेश, गुजरात, मध्य प्रदेश व हरियाणा तथा राजस्थान हैं। लारेंस रोड के दाल व्यापारी दुर्गाप्रसाद ने बताया कि तुअर का मंडियों में स्टॉक तो कम बचा हुआ है लेकिन आगामी दिनों में दालों की खपत में कमी आने व चने में मध्य प्रदेश के स्टॉकिस्टों की भारी बिकवाली के कारण तुअर में मंदे का रुख देखने को मिल रहा है। उन्होंने बताया कि पिछले एक सप्ताह में दिल्ली बाजार में इसके भावों में 200 रुपये प्रति क्विंटल की गिरावट आकर भाव 3100 रुपये प्रति क्विंटल रह गए। (Business Bhaskar...............R S Rana)
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें