30 अक्तूबर 2008
कॉटन के भाव में मंदी का रुख
आवक बढ़ने की वजह से मध्य भारत की मंडियों में कॉटन की कीमतों में तगड़ी गिरावट देखी गई है। चालू महीने के दौरान उत्तर और मध्य भारत की मंडियों में कॉटन की आवक बढ़ गई है। कीमतों में आ रही लगातार गिरावट की वजह से मिल वाले भी खरीदारी से बच रहे हैं। ऐसे में मंडियों में हो रहा सुस्त कारोबार गिरावट में और मदद कर रहा है। दक्षिण भारत कॉटन संघ की रिपोर्ट के मुताबिक अगले महीने में मंडियों में कॉटन की आवक और बढ़ सकती है। ऐसे में कीमतों में और गिरावट होना तय है। इस दौरान पंजाब, राजस्थान और गुजरात की मंडियों में कॉटन लिंट बंगाल देसी वेरायटी का भाव करीब 2350-2370 रुपये और जे-34 का भाव करीब 2450-2500 रुपये प्रति मन (40 किलो) रहा। वहीं गुजरात की मंडियों में भी कीमतों में गिरावट देखी गई है। यहां शंकर कपास का भाव करीब 22000-22500 रुपये, और वी797 का भाव करीब 17000-17300 रुपये प्रति कैंडी (375 किलो) है। इस दौरान मध्य प्रदेश की मंडिया में भी कॉटन गिरावट के साथ 23500-24000 रुपये और 30 एमएम कॉटन का भाव 23000-24000 रुपये प्रति कैंडी रहा। साथ ही आंध्र प्रदेश की मंडियों में एमसीयू5 कॉटन का भाव करीब 23000-24500 रुपये प्रति कैंडी रहा। जबकि डीसीएच 32 का भाव करीब 30000-31000 रुपये प्रति कैंडी रहा। (Business Bhaskar)
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