नई दिल्ली October 23, 2008
अंतरराष्ट्रीय सर्राफा बाजार में सोने की कीमतों में कमी होने से घरेलू बाजार में सोने की कीमत गुरुवार को 12,000 रुपये प्रति 10 ग्राम से नीचे चली गई।
कारोबारियों के अनुसार, शेयर बाजार में अपने हाथ जला चुके निवेशकों ने अब तरलता की कमी दूर करने के लिए सोने की बिकवाली का रास्ता अख्तियार किया है। बाजार में स्टैंडर्ड सोना और आभूषणों की कीमतों में गुरुवार को 500-500 रुपये की कमी दर्ज की गई। इनके भाव खिसककर क्रमश: 11,950 रुपये और 11,700 रुपये तक चले गए। दिल्ली के एक सर्राफा कारोबारी गौरव आनंद ने कहा कि लोग शेयर बाजार का घाटा पूरा करने के लिए सोना बेच रहे हैं। उनके मुताबिक, सोने की कीमतों में आए उछाल का लाभ उठाने के लिए लोग धड़ाधड़ सोना बेच रहे हैं। अन्य कारोबारियों ने भी इस बात की पुष्टि की और कहा कि मौजूदा आर्थिक संकट के चलते पूरी दुनिया में धन की समस्या उत्पन्न हो गई है। इसके चलते शेयर बाजार पर लगातार दबाव बढ़ता जा रहा है। हाल ये है कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोना पिछले 13 महीनों के निचले स्तर 719 डॉलर प्रति औंस तक पहुंच गया है। इन दिनों यूरो की तुलना में डॉलर लगातार मजबूत होता जा रहा है।यूरो तो दो साल जबकि पाउंड पांच साल के निचले स्तर तक चला गया है। सोने के साथ चांदी की कीमतों में भी कमी हुई है। लंदन मेटल एक्सचेंज के रुख के चलते घरेलू बाजार में एक किलो चांदी की कीमत 17,230 रुपये और 100 चांदी के सिक्के का मूल्य 28,100-28,200 रुपये रह गया। (BS Hindi)
25 अक्तूबर 2008
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