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31 अक्टूबर 2008

मूल्य स्थिरता के लिए मलेशिया व इंडोनेशिया गंभीर

पाम तेल और रबर के भाव को स्थिर रखने के सवाल पर मलेशिया व इंडोनेशिया साझा विचार करेंगे। इसके लिए मलेशिया के अधिकारी अगले हफ्ते इंडोनेशिया की यात्रा पर जाएंगे। गुरुवार को मंत्रालय में एक कार्यक्रम के दौरान मलेशिया के मंत्री पीटर चिन ने बताया कि वे जकार्ता की यात्रा पर जाएंगे और वहां अपने समकक्ष से पॉम तेल से संबंधित सभी मुद्दों पर तथा उससे संबंधित किसी विकल्प के विकास के लिए विचार करेंगे।गौरतलब है कि मलेशिया और इंडोनेशिया विश्व के दो प्रमुख पाम तेल उत्पादक देश हैं। विश्लेषकों का मानना है कि अगले महीने तक दोनो देशों का साझा भंडार 50 लाख टन तक पहुंच सकता है। चिन ने आगे कहा कि इंडोनेशिया द्वारा पाम तेल पर कर कम करने से मलेशिया के दूसरे देशों में निर्यात पर ज्यादा असर नहीं पड़ेगा। इंडोनेशिया पाम तेलों का मुख्य निर्यातक है जबकि मलेशिया से पॉम तेल का निर्यात प्रक्रमण के बाद होता है, इस वजह से मलेशिया की निर्यात संरचना अलग प्रकार की है।गुरुवार को इंडोनेशिया द्वारा पॉम तेलों से निर्यात कर कम होने से मलेशिया डेरिवेटिव एक्सचेंज में पॉम तेल का वायदा 4.7 फीसदी की गिरावट पर दिखा। चिन ने कहा कि उनकी यात्रा के दौरान रबर के दामों में गिरावट तथा उससे जुड़े सभी मुद्दों पर भी विचार किया जाएगा। उन्होने आगे कहा कि इंडोनेशिया, मलेशिया और थाइलैंड के उच्चाधिकारी रबर के भाव को स्थिर रखने संबंधित समस्या के समाधान पर कार्य कर रहे हैं। (Business Bhaskar)

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