16 अक्तूबर 2008
कच्चा तेल 13 महीने के निचले स्तर पर
लंदन : ग्लोबल मंदी के असर से दुनिया के शेयर बाजार ढह रहे हैं। इसके साथ ही कच्चे तेल की कीमतों में भी कमी आने लगी है। आर्थिक मांग में कमी आने की आशंका से कच्चे तेल की कीमतें घट रही हैं। बुधवार को आई गिरावट से कच्चे तेल की कीमत पिछले साल सितंबर के स्तर से नीचे चली गई। अमेरिकी बाजार में कच्चा तेल 3.72 फीसदी लुढ़क कर 73.64 डॉलर प्रति बैरल तक जा पहुंचा। वहीं लंदन ब्रेंट क्रूड 2.58 फीसदी लुढ़क कर 71.95 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार कर रहा था। बैंकों को कई अरब डॉलर के बेलआउट पैकेज मिलने के बावजूद सुधार के आसार कम ही दिख रहे हैं। शेयर बाजार में व्यापक गिरावट देखने को मिल रही है और येन की तुलना में अमेरिकी डॉलर कमजोर पड़ा है। मंदी से दुनिया के प्रमुख तेल उपभोक्ता देश अमेरिका, चीन और प्रमुख बाजारों में कच्चे तेल की मांग प्रभावित होगी। कमोडिटी वारंट्स ऑस्टेलिया के मैनेजिंग डायरेक्टर पीटर मैग्वायर ने बताया, 'छोटी अवधि में ऐसा कुछ नहीं होने वाला है जिससे कच्चे तेल में तेजी दिखे। ट्रेडिंग में कमी आई है।' वहीं ट्रेडर गुरुवार को जारी होने वाले अमेरिकी भंडार के आंकड़ों पर नजर रखे हुए हैं। रॉयटर्स पोल के एनालिस्टों के मुताबिक, क्रूड और तेल उत्पादों के भंडार में बढ़ोतरी होने का अनुमान है। अनुमान के मुताबिक, पिछले सप्ताह की तुलना में क्रूड के भंडार में 19 लाख बैरल की बढ़ोतरी होगी, वहीं डिस्टिलरी में 6 लाख बैरल तो गैसोलीन भंडार में 29 लाख बैरल बढ़ोतरी हो सकती है। (ET Hindi)
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें