02 मार्च 2010
उत्पादन बढ़ने से कॉफी निर्यात 44% सुधरा
नई दिल्ली. चालू सीजन में कॉफी का उत्पादन बढ़ने से इसके निर्यात में आ रही गिरावट थम गई है। चालू वर्ष में फरवरी तक भारतीय कॉफी का निर्यात पिछली समान अवधि मुकाबले 44 फीसदी अधिक रहा। इस दौरान इटली और रूस संघ से इसकी मांग में काफी इजाफा हुआ है। कॉफी बोर्ड के मुताबिक चालू वर्ष में फरवरी तक देश से 382 करोड़ रुपये मूल्य की 38 हजार टन से अधिक कॉफी निर्यात हुई। पिछले साल जनवरी में 260 करोड़ रुपये की 26 हजार टन कॉफी निर्यात हुई थी। फरवरी तक 11,500 टन अरेबिका, 14,500 हजार टन रोबस्ता और 12,000 टन इंस्टेंट कॉफी निर्यात की गई। सबसे अधिक 19% (61,000) टन कॉफी इटली को निर्यात हुई। इसके बाद 17% (5,200) टन रूस संघ और 2,000 टन जर्मनी और अन्य देशों को भी कॉफी निर्यात की गई। कॉफी निर्यात में बढ़ोतरी की प्रमुख वजह इंस्टेंट कॉफी के निर्यात में भारी इजाफा होना हैं। भारतीय कॉफी बोर्ड के एक अधिकारी ने बिजनेस भास्कर को बताया कि चालू सीजन में उत्पादन अधिक रहने की वजह से कॉफी निर्यात में स़ुधार होने लगा है। उनका कहना है कि इस वर्ष के दोनों माह में इसके निर्यात में जबरदस्त बढ़ोतरी हुई है। इसकी वजह इस सीजन में कॉफी उत्पादन बढ़कर 2.89 लाख टन तक होना है। पिछले सीजन के दौरान 2.62 लाख टन कॉफी का उत्पादन हुआ था। उनके अनुसार आगे भी कॉफी के निर्यात में वृद्घि जारी रहने की संभावना है। चालू वर्ष में इसका निर्यात दो लाख टन के पार पहुंचने की उम्मीद है। पिछले साल 1.90 लाख टन कॉफी निर्यात हुई थी। चालू वित्त वर्ष के पहले 11 माह में कॉफी के निर्यात में 13 फीसदी की गिरावट आई है। इसकी वजह पिछले सीजन के दौरान देश में कॉफी का उत्पादन घटने से भारतीय कॉफी का दाम अंतरराष्ट्रीय बाजार में दाम अधिक रहना है। कॉफी आयातक देशों इटली, जर्मनी, सोवियत संघ, बेल्जियम और स्पेन ने भारतीय कॉफी के दाम अधिक होने की वजह से एशिया के दूसरे बड़े निर्यातक देश वियतनाम और इंडोनेशिया की कॉफी को तरजीह दी थी। इसके अलावा आर्थिक संकट की वजह से भी कॉफी का निर्यात कम रहा था। (बिज़नस भास्कर)
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