09 जून 2009
यूएसडीए की रिपोर्ट से एशियाई अनाजों में तेजी की संभावना
आने वाले दिनों में एशियाई बाजारों में मक्का और गेहूं की कीमतों में मजबूती रह सकती है। पिछले सप्ताह शिकागो बोर्ड ऑफ ट्रेड (सीबॉट) में मुनाफावसूली की बिकवाली के बावजूद एशियाई कारोबार पर असर पड़ने की संभावना नहीं है। जानकारों के मुताबिक अमेरिकी कृषि विभाग द्वारा जारी ताजा रिपोर्ट के कारण एशियाई बाजारों में मजबूती रह सकती है। गौरतलब है कि शुक्रवार को डॉलर में मजबूती से (सीबॉट) में मक्का वायदा में तगड़ी मुनाफावसूली देखी गई। लेकिन अमेरिकी कृषि विभाग की रिपोर्ट से चालू सप्ताह के दौरान वैश्विक स्तर पर मक्के के कारोबार को बल मिला है। रिपोर्ट के अनुसार अमेरिका के मक्का उत्पादक इलाकों में खराब मौसम और देरी से बुवाई के कारण इसके उत्पादन पर असर पड़ सकता है। लिहाजा सोमवार को ई-सीबॉट में जुलाई वायदा करीब 0.6 फीसदी की तेजी के साथ 4.44 डॉलर प्रति बुशल पर पर रहा। जल्दी ही यह 4.50 डॉलर प्रति बुशल के स्तर को पार करता है तो आगे इसमें और तेजी देखी जा सकती है। चीन सरकार ने कॉर्न स्टार्च और एथनॉल के निर्यात पर पांच फीसदी का कर लगाया है जो एक जून से लागू हो चुका है। पिछले साल चीन सरकार ने घरलू बाजार में गिरती कीमतें रोकने के लिए करीब चार करोड़ टन मक्के की खरीद की थी। सरकार अब इसमें से करीब डेढ़ करोड़ टन मक्का प्रोसेसिंग प्लांटों को बेचने की तैयारी कर रही है। उधर फिलीपींस ने करीब 0.27 डॉलर प्रति किलो के समर्थन मूल्य पर करीब तीन लाख टन मक्का खरीद करने का संकेत दिया है। इससे पहले सरकार ने करीब 0.24 डॉलर प्रति किलो के भाव पर मक्का खरीदी थी। इस दौरान सीबॉट में गेहूं वायदा करीब एक फीसदी की बढ़त के साथ 6.24 डॉलर प्रति बुशल पर पहुंच गया। जानकारों के मुताबिक आने वाले दिनों में यहां गेहूं के भाव में और मजबूती देखी जा सकती है। इस बीच भारत में फूड कारपोरशन ऑफ इंडिया (एफसीआई) करीब 2.41 करोड़ टन गेहूं की खरीद कर चुकी है जो पिछले साल की समान अवधि के मुकाबले करीब 11 फीसदी ज्यादा है। (Buisness Bhaskar)
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)

कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें