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09 जून 2009

खराब मौसम से अप्रैल में चाय उत्पादन 22फीसदी घटा

मौसम अनुकूल न रहने के कारण पिछले अप्रैल के मुकाबले चाय उत्पादन 22 फीसदी घटकर 6.2 करोड़ किलो रह गया। वहीं चालू वर्ष में अप्रैल तक चाय उत्पादन 15 फीसदी गिरा है। टी बोर्ड के एक अधिकारी के मुताबिक मई में भी उत्पादन कम रहने का अनुमान है लेकिन इसके बाद उत्पादन में सुधार होने की संभावना है। भारतीय चाय बोर्ड के आंकड़ों के अनुसार अप्रैल 2009 में 6.2 करोड़ किलो चाय पैदा हुई जबकि पिछले साल अप्रैल में यह आंकडा 8 करोड़ किलो पर था। वहीं चालू वर्ष (जनवरी-अप्रैल) के दौरान 14.4 करोड़ किलो चाय की पैदावार हुई है। पिछले साल समान अवधि में 16.9 करोड़ किलो चाय पैदा हुई थी। इंडियन टी एसोसिएशन (आईटीए) के चैयरमेन आदित्य खेतान ने बिजनेस भास्कर को बताया कि सीजन के शुरूआत में बारिश कम होने के कारण चाय के उत्पादन में कमी आई है। उनका कहना है कि चालू वर्ष में अब तक भारत के अलावा अन्य चाय उत्पादक देश श्रीलंका, केन्या में भी चाय उत्पादन कम हुआ है। चाय उत्पादन कम होने के कारण इसके दाम पिछले साल के मुकाबले काफी बढ़ चुके है। ऑल इंडिया टी ट्रेडर्स फेडरेशन के पूर्व चैयरमेन पीयूष देसाई ने बताया कि उत्पादन में कमी के कारण चाय के दाम एक साल के दौरान 30 फीसदी तक बढ़ चुके है। मई माह के दौरान चाय की औसत कीमतों में 20 रुपये किलो का इजाफा हुआ है।कोलकाता के नीलामी केंद्र पर औसत भाव 113.74 रुपये प्रति किलो रहे जबकि पिछले साल अप्रैल में इसके भाव 87.04 रुपये प्रति किलो थे।बोर्ड के आंकडों के अनुसार अप्रैल में उत्तर भारत में चाय उत्पादन 28 फीसदी घटकर 3.9 करोड़ किलो रहा जबकि दक्षिण भारत में 6.37 फीसदी गिरकर 2.29 करोड़ किलो रह गया। वहीं चालू वर्ष में अप्रैल माह तक पिछली समान अवधि के मुकाबले उत्तर भारत में चाय उत्पादन में 16.44 फीसदी की गिरावट आई है। इस दौरान आठ करोड़ चाय पैदा हुई। दक्षिण भारत में यह आंकडा 13 फीसदी घटकर 7.39 करोड़ किलो पर रहा। टी बोर्ड के अधिकारी के मुताबिक मई में भी उत्पादन कम रहने की संभावना है लेकिन इसके बाद उत्पादन सुधरने की संभावना है। दरअसल अप्रैल के शुरूआत में बारिश होने की वजह से उत्पादकों को उत्पादन सुधरने की उम्मीद है। भारत में जुलाई-सितंबर के दौरान 60 फीसदी चाय का उत्पादन होता है। वर्ष 2008 में 98.08 करोड़ किलो चाय का उत्पादन हुआ था। (Business Bhaskar)

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