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08 मई 2009

घटा नासिक का अंगूर निर्यात

नासिक May 07, 2009
भारत में अंगूरों के लिए बेहद मशहूर नासिक जिले में पिछले साल की तुलना में वित्तीय वर्ष 2008-09 में अंगूर निर्यात में 0.42 फीसदी तक की मामूली गिरावट देखी गई है।
इसकी वजह वैश्विक मंदी के साथ ही विदेशी मुद्रा भंडार 175 करोड़ रुपये तक होना है। पिछले सात-आठ सालों में नासिक अंगूर निर्यात में वर्ष 2001-02 के 3,775.37 टन के मुकाबले वित्तीय वर्ष 2008-09 में यह 27,533 टन हो गया है।
नासिक जिला बहुत ज्यादा मात्रा में अंगूरों का उत्पादन करने के लिए जाना जाता है और देश से अंगूरों के कुल निर्यात में इसका हिस्सा 55 फीसदी तक है। इसके अलावा राज्य से भी अंगूरों का कुल निर्यात 75 फीसदी तक होता है।
कृषि अधिकारी धनंजय वार्डेकर ने बिजनेस स्टैंडर्ड को बताया, 'नासिक से अंगूर का निर्यात वैश्विक मंदी से प्रभावित हुआ है। इसी वजह से हम वर्ष 2008-09 के लिए 8.5 फीसदी वृद्धि दर के लक्ष्य को पूरा नहीं कर सके।
इस साल 15 देशों जिसमें ब्रिटेन, हॉलैंड, जर्मनी, आयरलैंड, पोलैंड, रुस, बेल्जियम, दुबई, सिंगापुर, हांगकांग, नार्वे, नीदरलैंड और ताइवान में 27,533 टन अंगूरों का निर्यात किया गया है। अंगूरों का कुल निर्यात 175 करोड़ रुपये तक का हुआ है।'
वार्डेकर का कहना है, 'इस सीजन में लगभग 25 अंगूर निर्यातक कंपनियां जिसमें फील्डफ्रेश फूड्स प्राइवेट लिमिटेड भी शामिल है वे अंगूर निर्यात के काम से बाहर निकल आए हैं। इस सीजन में अंगूर निर्यातक कंपनियों की संख्या पिछले साल के 131 के मुकाबले कम होकर 106 हो गई है।
जिला कृषि अधिक्षक के कार्यालय के मुताबिक वर्ष 2008-09 सीजन में लगभग 14,720 अंगूरों के बाग जिसमें 0.40 हेक्टेयर से लेकर 1.20 हेक्टेयर शामिल है उसका पंजीकरण अंगूरों के निर्यात के लिए किया गया। एपीईडीए के दिशानिर्देशों के मुताबिक लगभग 2,152 फाइटो सैनिटरी सर्टिफिकेट इन निर्यातकों को मुहैया कराया गया जो अंगूर निर्यातकों के लिए जरूरी होता है।'
महिन्द्रा शुभलाभ सर्विसेज लिमिटेड (एमएसएसएल) जैसी स्थानीय कंपनी ने इस साल वर्ष 2008-09 में 2,662.50 मीट्रिक टन ज्यादा मात्रा की अंगूरों का निर्यात किया। वहीं फ्रेशथ्रॉप फू्रट्स लिमिटेड ने 1812.50 टन, त्रिमुर्ती एग्रो एक्सपोर्ट ने 1,450 टन और अर्थव इंटरनेशनल ने 1,187 टन अंगूर का निर्यात किया।
वर्ष 2008-09 में नासिक जिले में अंगूर की खेती के लिए कुल जमीन 40,000 हेक्टेयर जमीन मिली। इस जिले में 7.20 लाख टन से ज्यादा अंगूर का उत्पादन किया गया और अंगूर की उत्पादकता 20 प्रति हेक्टेयर था। (BS Hindi)

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