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07 मई 2009

अमेरिका को अप्रैल में आम निर्यात 60 फीसदी बढ़ा

भारतीय आम निर्यात की इस साल अच्छी शुरूआत हुई है। इस सीजन के पहले महीने यानी अप्रैल में ही अमेरिका को पिछले साल की तुलना में 60 फीसदी ज्यादा आमों का निर्यात किया जा चुका है। हालांकि इसके उत्पादन में कमी की संभावना जताई गई है। एग्रीकल्चर एंड प्रोसेस्ड फूड प्रोडक्टस एक्सपोर्ट डवलपमेंट अथॉरिटी (एपीडा) के मुताबिक इस साल अप्रैल में भारत से अमेरिका में 31.7 टन आमों का निर्यात हुआ। बीते साल इसी अवधि में तकरीबन 20 टन आमों का निर्यात हुआ था। 2008 के सीजन में भारत से अमेरिका को तकरीबन दो करोड़ रुपये मूल्य के 143 टन आमों का निर्यात किया गया था। 2008 में ही अमेरिका ने भारतीय आमों को अनुमति दी थी। एपीडा के एक अधिकारी ने बताया कि अभी अल्फांसो आम अमेरिका भेजे जा रहे हैं लेकिन जल्द ही केसर, दशहरी, बैंगन पल्ली, चौसा और लंगड़ा किस्मों के आमों का निर्यात भी शुरू हो जाएगा। उन्होंने कहा कि अभी अल्फांसो आम महाराष्ट्र में तैयार हो गए हैं। उल्लेखनीय है कि आम उत्पादक राज्यों में महाराष्ट्र शीर्ष पर है। उन्होंने बताया कि केसर, बैंगनपल्ली, दशहरी, चौसा और लंगड़ा की आमद अगले सप्ताह से उत्तर प्रदेश से होने लगेगी। अप्रैल में आम निर्यात बढ़ने के बावजूद कारोबारी सूत्रों का मानना है कि अगर आम उत्पादन घटने का अनुमान सही साबित होता है तो पूरे सीजन का आम निर्यात घट सकता है। कारोबारी सूत्रों के मुताबिक 2009 के अप्रैल से सितंबर के पूरे सीजन के दौरान आम उत्पादन कम रहने का अनुमान है। प्रमुख आम उत्पादक राज्य महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश और उत्तर प्रदेश में खराब मौसम को उत्पादन में कमी की अहम वजह बताया जा रहा है। कारोबारी अनुमानों के मुताबिक इस सीजन में आम उत्पादन 30 फीसदी की कमी के साथ 80 लाख टन रहेगा। जबकि पिछले सीजन में 1.19 करोड़ टन आमों का उत्पादन हुआ था। अमेरिका को निर्यात के समय वहां भारतीय आमों को कड़ी जांच प्रक्रिया से गुजरना पड़ता है। (Business Bhaskar)

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