06 मई 2009
दुनिया भर में गेहूं भंडार पहुंचेगा 17.1 करोड़ टन के स्तर पर
नई दिल्ली- साल 2009-10 में पूरी दुनिया में गेहूं के भंडारों के आठ साल के उच्च स्तर, 17.1 करोड़ टन पर रहने की उम्मीद जताई जा रही है, लेकिन इसके साथ ही ईरान, तुर्की, सीरिया, अल्जीरिया और मोरक्को जैसे प्रमुख आयातक देशों में उत्पादन बढ़ने की वजह से गेहूं के ग्लोबल कारोबार में कमी आ सकती है। अंतरराष्ट्रीय अनाज काउंसिल (आईजीसी) की रिपोर्ट के मुताबिक साल 2009-10 के अंत तक दुनिया भर में गेहूं के भंडार 17.1 करोड़ टन के आठ साल के उच्चतम स्तर को पार जाएंगे। इस स्टॉक में गेहूं का निर्यात करने वाले पांच प्रमुख देशों का 5.3 करोड़ टन गेहूं भी शामिल है। गेहूं का निर्यात करने वाले प्रमुख देशों में अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, यूरोपीय संघ, अर्जेंटीना और कनाडा शामिल हैं। गेहूं के ग्लोबल कारोबार के इस दौरान 11.2 करोड़ टन पर रहने की उम्मीद है, जो कि साल 2008-09 के दौरान हुए कारोबार से एक करोड़ टन कम है। आईजीसी की रिपोर्ट के मुताबिक ईरान, तुर्की, सीरिया, अल्जीरिया और मोरक्को जैसे देशों में बढि़या फसल होने से इन देशों में गेहूं की खरीदारी में कमी आ सकती है। रिपोर्ट में कहा गया है, 'गेहूं का वैश्विक उत्पादन करीब 65.1 करोड़ टन रहने की उम्मीद है, जो कि साल 2008 के उत्पादन स्तर से 3.7 करोड़ टन कम है। सर्दियों में होने वाले गेहूं की स्थिति यूरोप और सीआईएस देशों में संतोषजनक है। गेहूं के ज्यादा उत्पादन के लिए और बारिश की जरूरत है।' आईजीसी ने यह भी कहा है कि भारत में इस साल गेहूं की भारी फसल होगी। आईजीसी ने गेहूं की दुनिया भर में खपत होने के पहले के अनुमान में संशोधन किया है। आईजीसी ने भारत में गेंहू की बढ़ती मांग को देखते हुए इसकी खपत के अनुमान को बढ़ाकर 64.2 करोड़ टन कर दिया है। (ET Hindi)
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