कोच्चि October 03, 2008
प्राकृतिक रबर बाजार में गिरावट का दौर जारी रहा क्योंकि कीमतों में आती कमी से घबराये हुए उत्पादक अपने उत्पादों को बेचनी की हड़बड़ी में हैं। बेंचमार्क ग्रेड प्राकृतिक रबर आरएसएस-4 की कीमत आज 107 से 108 रुपये प्रति किलो रही और पिछले सात वर्षों में पहली बार बिना ग्रेड वाले शीट रबर की कीमत 100 रुपये प्रति किलो से कम के स्तर पर रही। आज इसकी कीमत 99 रुपये प्रति किलो रही। प्राकृतिक रबर के बाजार में वैश्विक आर्थिक संकट के कारण भारी गिरावट आने के आसार हैं और इस कारण विश्व भर में इसके कारोबार पर प्रतिकूल असर पड़ा है।
कोच्चि के प्रमुख रबर व्यापारियों ने बिजनेसा स्टैंडर्ड को बताया कि आरएसएस-4 ग्रेड के लिए अगला अनुमानित समर्थन स्तर 100 रुपये का है और तब बाजार में एक बार फिर तेजी आ सकती है। पिछले 10 कारोबारी सत्रों से प्राकृतिक रबर की कीमतों में गिरावट आ रही है। जाने माने दलालों ने अगले सप्ताह के लिए 105 रुपये प्रति किलो कीमत का उल्लेख किया है जो कीमतों में गिरावट का सूचक है। कच्चे तेलों की कीमतों में आई कमी और अमेरिका तथा यूरोप की आर्थिक मंदी से विश्व भर के रबर बाजारों में अफरा-तफरी मची हुई है। अमेरिका से ऐसी खबर है कि ऑटोमोबाइल की बिक्री में 30 प्रतिशत की गिरावअ आएगी। यद्यपि, भारतीय अर्थव्यवस्था अपेक्षाकृत सुरक्षित स्थिति में है लेकिन घरेलू बाजार वैश्विक कारकों से प्रभावित हो रहा है और कीमतों में आ रही कमी की वजह भी यही है। इस वर्ष 30 अगस्त को प्राकृतिक रबर की कीमतें उच्चतम स्तर पर थीं। इस दौरान आरएसएस-4 शीट रबर की कीमत 142 रुपये प्रति किलो थी। इस सप्ताह कारोबार की शुरुआत 121 रुपये से हुई और केवल चार दिनों के दौरान बाजार में 13 रुपये प्रति किलो की गिरावट आई। वर्तमान परिस्थितियां ऐसी बन गई हैं कि
कोच्चि और कोट्टयम के बाजार में रबर बेचने के लिए अफरा-तफरी मची हुई है। यहां के
बाजारों में अफवाह फैली हुई है कि आने वाले दिनों में कीमतों में और अधिक गिरावट आएगी और कीमतें घट कर 100 रुपये प्रति किलो से नीचे आ जाएंगी।
कच्चे तेल की कीमतों में आ रही कमी प्राकृतिक रबर बाजार के लिए चिंता का विषय है क्योंकि इससे (कच्चे तेल की कीमतों में कमी आने से) कृत्रिम रबर की कीमतों में कमी आएगी। पिछले 12 से 16 महीनों में कृत्रिम रबर की कीमतों में आई भारी मजबूती के कारण प्राकृतिक रबर की कीमतों में बढ़ोतरी हुई थी। कृत्रिम रबर की कीमतों में हुई बेतहाशा वृद्धि से प्राकृतिक रबर की खपत में बढ़ोतरी हुई थी। कृत्रिम रबर की कीमतें प्राकृतिक रबर की तुलना में लगभग दोगुनी थी। लेकिन कच्चे तेल की कीमतों में कमी आने से वैश्विक स्तर पर कृत्रिम रबर की कीमतों में गिरावट आएगी। (BS Hindi)
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