05 अक्तूबर 2008
नए सीजन में धान की बंपर सरकारी खरीद की संभावना
सरकारी एजेंसिया चालू सीजन के दौरान महज कुछ ही दिनों में करीब सात लाख टन धान की खरीद कर चुकी हैं। ऐसे में एक बार फिर सरकार को धान की बंपर खरीद होने की संभावना है। पिछले साजन के दौरान सरकार ने पूर देश में करीब 2.84 करोड़ टन धान की खरीद की थी। सरकार द्वारा गैर बासमती चावल के निर्यात पर रोक लगाने की वजह से भी सरकारी खरीद में इजाफा हुआ है। गौरतलब है कि आमतौर पर धान की सरकारी खरीद एक अक्टूबर से शुरू होती है। लेकिन इस साल मंडियों मंे आवक जल्दी शुरू होने की वजह से कई राज्यों में सितंबर के अंतिम सप्ताह से ही नए धान की खरीद शुरू कर दी गई है। भारतीय खाद्य निगम के अध्यक्ष व प्रबंध निदेशक आलोक सिन्हा के मुताबिक चालू सीजन के दौरान करीब सात लाख टन धान की खरीद हो चुकी है। उत्तर भारतीय कुछ राज्यों में फसल तैयार हो जाने की वजह से वहां पहले ही खरीद शुरू कर दी गई है। अनुमान है कि मौजूदा वर्ष में धान का बंपर उत्पादन हो सकता है। दरअसल किसानों को बेहतर भाव मिलने की वजह से अगले साल भी धान का रकबा बढ़ने की संभावना जताई जा रही है। हाल ही में सरकार ने पूसा 1121 चावल के निर्यात को हरी झंडी दे दी है। इससे भी धान के किसानों को प्रोत्साहन मिल सकता है। अखिल भारतीय चावल निर्यात संघ के अध्यक्ष विजय सेतिया ने बताया कि सरकार को सभी किस्मों के चावल के निर्यात पर लगे प्रतिबंध को हटा लेना चाहिए। भारत में इस साल करीब 8.325 करोड़ टन चावल उत्पादन की संभावना है। पिछले साल के दौरान यहां करीब 8.281 करोड़ टन चावल का उत्पादन हुआ था। वियतनाम में चावल की कीमतों में करीब डेढ़ फीसदी की गिरावट होने से 710 डॉलर प्रति टन आ गया है। पिछले सप्ताह यह करीब 720 डॉलर प्रति टन था। इस साल अप्रैल में चावल की कीमतें करीब 1080 डॉलर प्रति टन के उच्च स्तर तक चलीं गई थीं। (Business Bhaskar)
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