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25 अगस्त 2020

अच्छे मानसून से खरीफ फसलों का उत्पादन बढ़ने का अनुमान - रिपोर्ट

आर एस राणा
नई दिल्ली। देश में खरीफ फसलों का उत्पादन इस वर्ष पांच से छह फीसदी बढ़ने की उम्मीद है। मानसून की अच्छी बारिश और बुआई का रकबा बढ़ने से उत्पादन ज्यादा रहने का अनुमान है। एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है। क्रिसिल रिसर्च ने रिपोर्ट में कहा है कि 21 अगस्त की स्थिति के अनुसार देश में बारिश दीर्घकालिक औसत से सात फीसदी अधिक हुई है।
अच्छी बारिश से अधिकांश राज्यों में फसलों की बुवाई बेहतर रही है। क्रिसिल रिसर्च को उम्मीद है कि खरीफ सत्र 2020 में बुवाई का रकबा दो-तीन फीसदी बढ़कर 10.9 करोड़ हेक्टेयर होने से कृषि उत्पादन में 5-6 फीसदी की वृद्धि होगी। इसके अतिरिक्त उत्पादकता भी दो से तीन फीसदी बढ़ने से, बम्पर खरीफ उत्पादन होने के आसार हैं। इसके अलावा, रिपोर्ट में कहा गया कि बेहतर बरसात तथा पूर्वी और दक्षिणी दोनों राज्यों में प्रवासी मजदूरों की वापसी के कारण धान की खेती बढ़ना तय है।
उत्पादन अनुमान ज्यादा होने से कीमतों पर रहेगा दबाव
क्रिसिल रिसर्च के निदेशिका हेतल गांधी ने एक वेबिनार में कहा कि प्रवासी मजदूरों के वापस लौटने के कारण पंजाब और हरियाणा में कई किसान धान की सीधी बुवाई कर रहे हैं, जिसकी उत्पादकता कम है। उन्होंने यह भी कहा कि हालांकि इस कमी की भरपाई उत्तर प्रदेश, बिहार और आंध्रप्रदेश जैसे राज्यों में धान के रकबे में हुई वृद्धि से होगी जहां मजदूर वापस लौट गए हैं। इसके कारण पिछले साल के मुकाबले कुल धान उत्पादन बढ़ेगा। उन्होंने कहा कि पूर्वी राज्यों में कम लागत के कारण फसल की लाभप्रदता में सबसे अधिक वृद्धि देखी जा सकती है। उन्होंने कहा कि दक्षिणी और पश्चिमी राज्यों को कपास और मक्का की कीमतें कम होने का खामियाजा भुगतना पड़ सकता है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2020 के खरीफ सत्र में अनुकूल फसल मिश्रण (मिले जुले फसलों की खेती) और अधिक मात्रा में सरकारी खरीद के कारण, उत्तरी क्षेत्र सबसे अधिक लाभ में रहेगा। उन्होंने कहा कि फसलों का उत्पादन अनुमान ज्यादा होने से कीमतों पर भी दबाव बना रहने का अनुमान है।
खरीफ में बुआई में हुई बढ़ोतरी
कृषि मंत्रालय के अनुसार 21 अगस्त​ तक खरीफ फसलों की बुआई का आकड़ा 1,062.93 लाख हेक्टेयर पर पहुंच चुका है जबकि पिछले खरीफ की समान अवधि में इनकी बुआई 979.15 लाख हेक्टेयर में ही हो पाई थी। सामान्यत: खरीफ सीजन में 1,066.44 लाख हेक्टेयर में ही फसलों की बुआई होती है। मंत्रालय के चौथे आरंभिक अनुमान के अनुसार फसल सीजन 2019-20 में खरीफ सीजन में खाद्यान्न का उत्पादन 14.33 करोड़ टन का हुआ था जोकि इसके पिछले साल के 14.15 करोड़ टन से ज्यादा है।............... आर एस राणा

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