आर एस राणा
नई दिल्ली। घरेलू वायदा बाजार में चांदी 2011 के बाद एक बार फिर 70,000 रुपये प्रति किलो के मनोवैज्ञानिक स्तर के ऊपर तक उछली और सोना 55,000 रुपये प्रति 10 ग्राम के करीब पहुंच गया। डॉलर की कमजोरी से पीली धातु में तेजी बनी हुई है और वैश्विक बाजार में सोने का भाव 2,000 डॉलर प्रति औंस के मनोवैज्ञानिक स्तर को तोड़ने के बाद बुधवार को फिर एक नए रिकॉर्ड पर पहुंच गया।
भारत में चांदी का भाव हाजिर एवं वायदा बाजार में 2011 के अप्रैल में 76,000 रुपये प्रति किलो के पार चला गया था। जानकारों के अनुसार कोरोना काल में महंगी धातुओं में बढ़ी निवेश मांग से सोना भारतीय और अंतर्राष्ट्रीय बाजार में लगातार नए शिखर को छू रहा है और चांदी में भी जबरदस्त तेजी देखी जा रही है।
मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (एमसीएक्स) पर चांदी के सितंबर एक्सपायरी अनुबंध में बुधवार दोपहर को पिछले सत्र से 487 रुपये यानी 0.70 फीसदी की तेजी के साथ 70,284 रुपये प्रति किलो पर कारोबार कर रही थी, जबकि इससे पहले कारोबार के दौरान चांदी का भाव 70,448 रुपये प्रति किलो तक उछला। इसके पहले 25 अप्रैल, 2011 को एमसीएक्स पर चांदी का भाव 76,600 रुपये प्रति किलो तक चला गया था। एमसीएक्स पर सोने के अक्टूबर वायदा अनुबंध में 364 रुपये यानी 0.67 फीसदी की तेजी के साथ 54,915 रुपये प्रति 10 ग्राम पर कारोबार चल रहा था, जबकि इससे पहले कारोबार के दौरान सोने का भाव 54,950 रुपये प्रति 10 ग्राम तक उछला, जोकि अब तक का रिकॉर्ड स्तर है।
अंतर्राष्ट्रीय वायदा बाजार कॉमेक्स पर सोने के अक्टूबर वायदा अनुबंध में पिछले सत्र से 21.95 डॉलर यानी 1.09 फीसदी की तेजी के साथ 2,030.45 डॉलर प्रति औंस पर कारोबार चल रहा था, जबकि इससे पहले भाव 2,036 डॉलर प्रति औंस के रिकॉर्ड स्तर तक उछला। वहीं वैश्विक बाजार में हाजिर सोने का भाव 2,031.09 डॉलर प्रति औंस तक उछला, जोकि एक रिकॉर्ड है। कॉमेक्स पर चांदी के सितंबर अनुबंध में पिछले सत्र से 0.85 फीसदी की तेजी के साथ 26.25 डॉलर प्रति औंस पर कारोबार चल रहा था, जबकि इससे पहले चांदी का भाव कॉमेक्स पर 26.53 डॉलर प्रति औंस तक उछला। कॉमेक्स पर चांदी का भाव अप्रैल 2011 में रिकॉर्ड 49.83 डॉलर प्रति औंस तक उछला था।
दुनिया की छह मुद्राओं के मुकाबले डॉलर की ताकत का सूचक डॉलर इंडेक्स पिछले सत्र से 0.21 फीसदी की कमजोरी के साथ 93.18 पर बना हुआ था। डॉलर इंडेक्स 18 मई को 100.43 तक चढ़ा था, लेकिन उसके बाद से लगातार डॉलर में कमजोरी बनी हुई है। एंजेल ब्रोकिंग के डिप्टी वाइस प्रेसीडेंट अनुज गुप्ता ने कहा कि सोने और चांदी में बहरहाल फंडामेंटल्स मजबूत है और तेजी का रुख आगे भी बना रह सकता है। चांदी में निवेश मांग जबरदस्त है, क्योंकि यह एक औद्योगिक धातु है और मौजूदा दौर में जैसे-जैसे औद्योगिक गतिविधियां बढ़ेंगी चांदी की मांग तेज होगी। इंडिया बुलियन एंड ज्वेलर्स एसोसिएशन के नेशनल सेकेट्ररी सुरेंद्र मेहता बताया कि हाजिर में बीते सत्र में चांदी का भाव 69,999 रुपये प्रति किलो तक उछला था और आगे अंतर्राष्ट्रीय व घरेलू वायदा बाजार में जारी तेजी को देखते हुए आगे चांदी में और उछाल आ सकता है। ............... आर एस राणा
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