कुल पेज दृश्य

04 अगस्त 2020

गुजरात में मूंगफली की बुआई 133 फीसदी, कपास की पिछले साल से कम

आर एस राणा
नई दिल्ली। चालू खरीफ में गुजरात में जहां मूंगफली की बुआई 133 फीसदी हुई है, वहीं कपास की बुआई सामान्य क्षेत्रफल के 84 फीसदी हिस्से में ही हो पाई है। गुजरात के राज्य कृषि निदेशालय के अनुसार मूंगफली की बुआई बढ़कर 20.46 लाख हेक्टेयर में हो चुकी है जोकि सामान्य क्षेत्रफल 15.40 लाख हेक्टयेर से ज्यादा है पिछले साल इस समय तक राज्य में केवल 14.62 लाख हेक्टेयर में ही बुआई हुई थी।
कपास की बुआई चालू खरीफ में राज्य में केवल 22.48 लाख हेक्टेयर में ही हुई है, जबकि पिछले साल इस समय तक 24.69 लाख हेक्टेयर में बुआई हो चुकी थी। कपास की बुआई सामान्यत: 26.73 लाख हेक्टेयर में होती है।
कृषि मंत्रालय के अनुसार गुजरात के साथ ही देश के दूसरे राज्यों में भी चालू खरीफ में मूंगफली की बुआई बढ़ी है। जिस कारण पूरे देश में इसका रकबा बढ़कर 45.4 लाख हेक्टेयर हो गया है। जिसमें आंध्र प्रदेश में पिछले साल के 2.20 लाख हेक्टेयर के मुकाबले इस साल 6.77 लाख हेक्टेयर में खेती हुई है। वहीं राजस्थान में 5.25 लाख हेक्टेयर के मुकाबले 7.06 लाख हेक्टेयर में बुआई हुई है, जो पिछले साल के मुकाबले करीब 34 फीसदी अधिक है। गुजरात की मंडियों में मूंगफली के दाम उंचे रहे, जबकि कपास समर्थन मूल्य से नीचे बिकी, जिस कारण किसानों ने कपास के बजाए मूंगफली की बुआई ज्यादा की। पहली अगस्त को राजकोट मंडी में मूंगफली (बोल्ड किस्म) के भाव 4,500-5,500 रुपये प्रति क्विंटल रहे।
गुजरात में चाल खरीफ में केस्टर सीड की बुआई 1.86 लाख हेक्टेयर में, सोयाबीन की 1.48 लाख हेक्टेयर में, ग्वार सीड की 1.02 लाख हेक्टेयर में, अरहर की 2.12 लाख हेक्टेयर में तथा मक्का 2.79 लाख हेक्टेयर में और बजारा की 1.80 लाख हेक्टेयर में हो चुकी है। .............. आर एस राणा

कोई टिप्पणी नहीं: